बिहार के नवादा जिले में एक महिला ने अपनी तीन बेटियों के साथ फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। वहीं महिला के ससुरालवालों से पुलिस ने पूछताछ की जा रही है। मृतका के पिता ने कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं।
नवादा. बिहार के नवादा जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। जिसने हर किसी को झकझोर दिया है। यहां एक मां ने सालभर के सबसे बड़े त्योहार दिवाली से पहले एक खौफनाक कदम उठाते हुए सब तबाह कर दिया। महिला ने अपनी मासूम तीन बेटियों के साथ घर में फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। जैसे ही यह सूचना लोगों को पता चली तो पूरे इलाके में कोहराम मच गया। वहीं पुलिस ने मौक पर पहुंचकर शव बरामद कर लिए हैं। साथ जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
महिला को सिर्फ तीन बेटियां थीं....
दरअसल, यह मामला नवादा जिले के धमौल ओपी थाना क्षेत्र के बड़की गुलनी गांव का है। जहां बुधवार सुबह रामबबली यादव की पत्नी सिंपल देवी का शव तीन बेटियों के साथ कमरे में लटका मिला। मृतका के मायके वालों ने ससुरालवलों पर दहेज और बेटा ना होने के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। खासकर महिला की सास पर । क्योंकि महिला को सिर्फ तीन बेटियां थीं। बस इसी बात को लेकर सास हमेशा बहू पर ताना मारा करती थी। वहीं पति बेटा-बेटियों को में कोई फर्क नहीं मानता था। वह ट्रक चलाता था, इसलिए हर समय घर नहीं रहता था।
पिता ने बताया आखिर क्यों उनकी बेटी मरने के लिए हुई मजबूर
वहीं पुलिस पूछताछ के दौरान महिला के पिता ने कहा कि मेरे बेटी सिंपल की शादी साल 2012 में रामबली यादव के साथ हुई थी। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था। पति से उसे कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन बेटा नहीं होने के कारण कभी-कभी परिवार में सास से लड़ाई-झगड़ा भी होता था। सास के जरिए बेटा नहीं होने का ताना दिया जाता था। जिसको लेकर वह टेंशन में आ जाती थी। पति बेटी समझा-बुझाकर मामला शांत करा देता था। लेकिन वह अंदर ही अंदर टूट चुकी थी, इतनी ज्यादा की तीनों बेटियों के साथ मिलकर उसने दुनिया छोड़ने का फैसला कर लिया।