नीतीश कुमार के खिलाफ बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में महाधरना के बाद भाजपा का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। महाधरना के दौरान भाजपा नेता के निशाने पर नीतीश कुमार होंगे। इस आयोजन में बिहार बीजेपी के सभी नेता शामिल होंगे।
पटना. बिहार में नई सरकार बनने के साथ ही भाजपा एक्शन में आ गई है। महागठबंधन की नई सरकार के खिलाफ भाजपा पहले ही दिन से अनशन करेगी। 10 अगस्त को भाजपाई प्रदेश कार्यालय के समक्ष महाधरना देंगे। इसमें पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता शामिल रहेंगे। महाधरना के दौरान भाजपा नेता के निशाने पर नीतीश कुमार होंगे। भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राजद, कांग्रेस समेत 7 पार्टियों के साथ महागठबंधन कर बिहार में नई सरकार बनाई है। बुधवार को नीतीश कुमार सीएम पद की फिर से शपथ लेंगे। जबकि उनके साथ तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
12 अगस्त को जिला मुख्यालयों में भाजपा करेगी प्रदर्शन
नीतीश कुमार के खिलाफ बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में महाधरना के बाद भाजपा का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। 12 अगस्त को बिहार के सभी जिला मुख्यलयों में भाजपाई नीतीश कुमार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेंगे। इसमें जिला से लेकर राज्य स्तर के नेता शामिल होंगे। जबकि 13 अगस्त को सभी प्रखंड मुख्यालयों में भाजपाई नई सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह निर्णय भाजपा प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में लिया गया है।
21 महीनें ही साथ रहे भाजपा-जदयू
जानकारी हो कि बिहार के 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत हुई थी। जदयू की सीट कम होने के बावजूद नीतीश कुमार को बिहार का सीएम बनाया गया था। लेकिन भाजपा-जदयू गंठबंधन की सरकार 21 महीनें ही चल पाई। सरकार बनने से लेकर अब तक भाजपा और जदयू के बीच बेहतर समझदारी नजर नहीं आ रही थी। दोनों पार्टी के नेता कई मुद्दों पर आमने-सामने नजर आए। यहीं कारण रहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा से गंठबंधन तोड़ महागठबंधन के साथ नई सरकार बनाने जा रहे हैं।
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