बिहार में सत्ता परिवर्तन होने के बाद पुराने मंत्री पद से हटाए जाएंगे। साथ ही नए मंत्रीमंडल का गठन किया जाना है। इस कड़ी में राजद के विधायक तेज प्रताप यादव एक बार फिर से स्वास्थ मंत्री का पद मिल सकता है।
पटना (बिहार). बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बन गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शपथ भी ग्रहण कर लिया है। फिर भी बिहार में सभी लोगों की नजर तेज प्रताप यादव पर टिकी हुई है। लोग सवाल कर रहे हैं कि तेज प्रताप को कौन सा मंत्री पद मिलेगा। उन्हें कौन सा मंत्रालय मिलेगा ये तो वक्त ही बताएगा। लेकिन बताया जा रहा है कि उन्हें दोबारा से स्वास्थ्य मंत्रालय मिल सकता है। वे पूर्व में भी बिहार के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें दोबारा से स्वास्थ्य मंत्री का पद मिल सकता है। तेज प्रताप यादव को लोगों की सेवा करना अच्छा लगता है। स्वास्थ्यमंत्री ना रहते हुए भी वे कई बार अस्पतालों का निरीक्षण कर चुके हैं। पीएमसीएच की नर्सिंग छात्रों को भी छात्रावास से हटाकर दुसरी जहग शिफ्ट करने का विरोध उन्होंने किया था।
एनडीए की सरकार में मंगल पांडेय थे स्वास्थ्य मंत्री
तेज प्रताप स्वास्थ्य विभाग को भली-भांती जानते और समझते हैं। क्यों वे स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। उन्हें स्वास्थ्य विभाग फिर से मिलता है तो वे लोगों की सेवा कर सकते हैं। वर्ष 2022-23 का बिहार में स्वास्थ्य विभाग में बजट 16134.39 करोड़ रुपए का है। इससे पहले एनडी की सरकार में भाजपा के विधायक मंगल पांडेय बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे। अब बिहार में नई सरकार बनने के बाद मंगल पांडेय को स्वास्थ्यमंत्री के पद से बरखास्त कर दिया गया है। नई सरकार लालू यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव के स्वास्थ्य मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे हैं।
हसनपुर से विधायक हैं तेजप्रताप
जानकारी हो की लालू यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव हसनपुर से विधायक हैं। पिछली जदयू और राजद की गठबंधन की सरकार में तेज प्रताप यादव का स्वास्थ्य मंत्री का पद मिला था। नीतीश कुमार के भाजपा से गठबंधन करने के बाद से तेजप्रताप यादव से स्वस्थ्य मंत्री की कुर्सी छीन गई थी। इसके बाद भी वे अस्पतालों का लगातार निरीक्षण करते थे उनका कहना था कि लोगों का सेवा करना उन्हें अच्छा लगता है। 2020 के विधानसभा चुनाव राजद बिहार में अपनी सरकार नहीं बना पाई थी।