गया में नहीं हो रहा पिंडदान, ये है वजह

गया के पंडा रामाचार्य राजा ने कहा कि हाईकोर्ट में विष्णुपद मंदिर खोलने के लिए याचिका भी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पिंडदान उन पिंडदानियों के लिए ठीक है, जो स्वास्थ्य या किसी और वजह से स्वंय यात्रा नहीं कर सकते। लेकिन, आजकल लोग इसे सुविधा के रूप में लेने लगे हैं। यह ठीक नहीं है। प्रत्यक्ष रूप से पिंडदान करने पर ही पूर्ण लाभ मिलता है।
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 1, 2020 2:31 AM IST / Updated: Sep 01 2020, 10:55 AM IST

गया (Bihar) । इस बार पितृपक्ष मेला का आयोजन नहीं हो रहा है। वहीं, गया पाल के पंडा समाज ने फैसला लिया है वो ऑनलाइन पिंडदान भी नहीं कराएंगे, इसके बाद बिहार पर्यटन विभाग ने ऑनलाइन पिंडदान के लिए किए गए बुकिंग को कैंसिल कर दिया है।

6 सितंबर तक विष्णुपद मंदिर बंद
गया के पंडा रामाचार्य राजा ने कहा कि कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के दौरान पिंडदान नहीं हो रहा है, क्योंकि 6 सितंबर तक विष्णुपद मंदिर बंद है। इसके चलते भी पंडा समाज को परेशानी हो रही है।

ऐस लिए लिया निर्णय
अभी भी ट्रेन, बस व यातायात के अन्य साधन की कमी से पिंडदानी गया नहीं आ रहे हैं। मुश्किल से 10-20 पिंडदानी एक दिन में आते हैं। पंडा समाज पहले भी ऑनलाइन पिंडदान का विरोध करता था। लेकिन, इस बार फैसला लिया गया है कि ऑनलाइन पिंडदान नहीं कराया जाएगा।

हाईकोर्ट में लगाई है गुहार
गया के पंडा रामाचार्य राजा ने कहा कि हाईकोर्ट में विष्णुपद मंदिर खोलने के लिए याचिका भी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पिंडदान उन पिंडदानियों के लिए ठीक है, जो स्वास्थ्य या किसी और वजह से स्वंय यात्रा नहीं कर सकते। लेकिन, आजकल लोग इसे सुविधा के रूप में लेने लगे हैं। यह ठीक नहीं है। प्रत्यक्ष रूप से पिंडदान करने पर ही पूर्ण लाभ मिलता है।
 

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