राम कथा के मंच का संचालन कर रहे थे रिटायर्ड प्रोफेसर, अचानक गिरे और थम गई सांसें

शनिवार को शहर के एक मंदिर में हनुमान जयंती समारोह हो रहा था। यूट्यूब पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग हो रही थी। इसी दौरान एक रिटायर प्रोफेसर रणंजय सिंह मंच पर ही चक्कर खाकर गिर पड़े। अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई।

Ujjwal Singh | Published : Oct 23, 2022 12:15 PM IST / Updated: Oct 23 2022, 05:47 PM IST

छपरा(Bihar). बिहार के छपरा में रामकथा के दौरान मंच संचालक की मौत का मामला सामने आया है। शनिवार को शहर के एक मंदिर में हनुमान जयंती समारोह हो रहा था। यूट्यूब पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग हो रही थी। इसी दौरान एक रिटायर प्रोफेसर रणंजय सिंह मंच पर ही चक्कर खाकर गिर पड़े। अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने हार्ट अटैक को प्रोफेसर की मौत का कारण बताया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना शनिवार शाम की है। प्रोफेसर रणंजय सिंह शहर के जाने-माने शख्सियत थे। वे हनुमान जयंती समारोह के सचिव रहे। इसके अलावा मारुति मानस मंदिर के प्रधान सचिव थे। शाम में वे मंदिर परिसर में ही प्रवचन कर रहे थे। मंच से श्रोताओं को संबोधित करने के दौरान अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया। हाथ में माइक पकड़े हुए रणंजय सिंह अचानक मंच पर गिर गए। वहां मौजूद लोग शुरुआत में कुछ समझ नहीं सके। आनन-फानन में प्रोफेसर रणंजय सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। कुछ देर में उनके निधन की खबर फैल गई। प्रवचन करते हुए अचानक मौत आने से हर कोई हैरान है। प्रोफेसर रणंजय सिंह जाने-माने शिक्षाविद और धार्मिक-सामाजिक शख्सियत थे। उनकी उम्र करीब 80 साल थी।

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मंदिर में 50 साल से अधिक समय से आयोजित होता है समारोह
प्रोफेसर रणंजय सिंह छपरा के जगदंब कॉलेज के रिटायर्ट प्राचार्य थे। वे मूल रूप जलाल प्रखंड के कोठिया गांव के रहने वाले थे। हनुमान जयंती समारोह के सदस्य अनिरुद्ध जी ने बताया कि मानस मंदिर में पिछले 55 साल से हनुमान जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस साल भी इस कार्यक्रम का 13 अक्टूबर को शुरू किया गया था। शनिवार को अयोध्या के संत रत्नेश्वर जी महाराज के प्रवचन हुए थे।

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