बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सीबीआई, ईडी और आईटी को बीजेपी के तीन जमाई बताया। उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा को हारने का डर लगता है तो वह इन तीनों को आगे कर देती है।
पटना। सीबीआई द्वारा राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के नेताओं के ठिकानों पर की गई छापेमारी से बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भड़क गए। विधानसभा में उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों की सरकारों को गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।
तेजस्वी ने सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो), ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आईटी (आयकर विभाग) को केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के तीन "जमाई" (दामाद) कहा। विधानसभा में तेजस्वी यादव ने कहा कि जब भी बीजेपी को किसी राज्य में हार का डर सताता है वह अपने तीन जमाई सीबीआई, ईडी और आईटी को आगे कर देती है। जब मैं विदेश जाता हूं तो बीजेपी मेरे खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर देती है, लेकिन जब नीरव मोदी जैसे धोखेबाज भागते हैं तो कुछ नहीं करती।
सीबीआई ने की 25 जगहों पर छापेमारी
गौरतलब है कि सीबीआई ने बुधवार को जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में 25 विभिन्न जगहों पर छापेमारी की। दिल्ली, हरियाणा, गुरुग्राम और बिहार के पटना, कटिहार और मधुबनी समेत कई जगहों पर छापेमारी हुई। कई राजद नेताओं के घरों पर भी छापे मारे गए। बिहार में राजद एमएलसी सुनील सिंह और तीन सांसदों (अशफाक करीम, फैयाज अहमद और सुबोध राय) के घरों पर सीबीआई ने छापेमारी की है।
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यह कार्रवाई तब हुई जब सदन में नीतीश सरकार को बहुमत साबित करना था। हालांकि सीएम ने आसानी से बहुमत साबित कर दिया। राजद ने सीबीआई की छापेमारी की टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं। राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि छापेमारी पार्टी के विधायकों को डराने-धमकाने के लिए की गई। राजद एमएलसी सुनील सिंह ने कहा कि यह जानबूझकर किया जा रहा है। इसका कोई मतलब नहीं है। वे यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर से विधायक उनके पक्ष में आएंगे।
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