बेटे ने किया था ऐसा काम कि कोर्ट से लौटते वक्त शिक्षक की गला रेत कर कर दी गई हत्या। गायब होने के तीन दिन बाद झाड़ी में फेंका मिला शव।
जमुई (बिहार)। पिता अपने संतान के लिए ढ़ाल की तरह होते हैं। लेकिन कई बार इस ढ़ाल को अपने संतान के किए काले कुकर्मों की वजह से टूटना भी पड़ता है। ऐसा ही एक मामला बिहार के जमुई जिले से सामने आया है। जहां एक शिक्षक पिता को अपने बेटे के कुकर्म की सजा जान देकर चुकानी पड़ी। घटना के खुलासे के बाद पीड़ित के घर मातम है। चकाई प्रखंड के मध्य विद्यालय उरवा में पदस्थापित 40 वर्षीय शिक्षक मो. हातिम मियां बीते तीन दिनों से लापता चल रहे थे। परिवार ने पुलिस में अगवा का आवेदन भी दे दिया था। हातिम के गायब होने के तीन दिन बाद उनका शव गांव में ही कब्रिस्तान के पास एक झाड़ी से मिला।
मुकदमे की सुनवाई से लौटते वक्त हुए गायब
मृतक की पत्नी शबनम ने बताया कि हातिम बुधवार की शाम एक मुकदमे में हाजिर होकर बेटे हस्तमत के साथ जमुई से चकाई लौट रहे थे। रास्ते में पुत्र को एक बारात में भेजकर खुद साइकिल से घर जाने की बात कही। लेकिन देर शाम तक घर नहीं पहुंचे। अगले दिन भी उनका कही कोई पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस में शिकायत करवाई गई। शुक्रवार को उनका शव गरही गांव के पूरब में शव मिला। शव देखने वाले स्थानीय लोगों ने बताया कि शिक्षक की गला रेत कर हत्या की गई है।
बेटे ने 6 वर्षीय मासूम से किया था अप्राकृतिक यौनाचार
हातिम के लड़के हस्तमत ने पिछले वर्ष गांव के ही एक छह वर्षीय मासूम के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया था। बाद में उस बच्चे की डूबने से मौत भी हो गई थी। अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में शिक्षक के पुत्र पर पाक्सो एक्ट के तहत सुनवाई चल रही थी। इस केस में शिक्षक का बेटा जेल भी जा चुका था। एक माह पूर्व हस्तमत को जमानत मिली थी। बुधवार को भी इसी मामले में पिता-पुत्र कोर्ट गए थे। इस घटना के बाद हातिम और उस बच्चे के परिवार के बीच विवाद चल रहा था।
घटना के बाद से आरोपी घर छोड़ कर फरार
मृतक की पत्नी शबनम ने आरोप लगाया है कि कोर्ट से जमानत मिलने के कारण गुस्साए परवेज आलम, मो. रईस, मो. असलम, मो. रिजवान ने ही उसके पति की हत्या कर दी। शव मिलने की सूचना के बाद से सभी आरोपी फरार है। गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।