पटना. बिहार में कुदरत ऐसा कहर बरपा रही है जिससे लोगों की जिंदगी ठहर सी गई है। पूरे राज्य का मंजर देख ऐसा लगने लगा है माने जैसे यहां बादल फट गए हों। आसमान से गिरी बारिश अब लोगों के लिए आफत की बारिश बन गई है। यहां जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है।
पटना. बिहार में कुदरत ऐसा कहर बरपा रही है जिससे लोगों की जिंदगी ठहर सी गई है। पूरे राज्य का मंजर देख ऐसा लगने लगा है माने जैसे यहां बादल फट गए हों। आसमान से गिरी बारिश अब लोगों के लिए आफत की बारिश बन गई है। यहां जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। राजधानी पटना में तो यह आलम हो गया कि लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा हैं। सोशल मीडिया पर प्रदेश की भयाभय फोटो वायरल हो रहीं हैं।
छतों पर गिराए जा रहे फूड पैकेट
अब तो आलम ये हो गया है कि लोगों को इधर से उधर जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। पटना में सैंकड़ों नाव सड़कों पर तैर रही हैं। लोग भूख-प्यास से तड़प रहे हैं, हेलिकॉप्टर के जरिए लोगों तक खाना पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित एरिया में पीड़ित परिवारों के छत पर 'फूड पैकेट' गिराए जा रहे हैं। सुबह से लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने बचाव ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
बिहार की बाढ़ पर पीएम मोदी का ट्वीट
पिछले पांच दिनों से राज्य के हालत जस के तस बने हुए हैं। इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सीएम नीतीश कुमार से राज्य में आई बाढ़ को लेकर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। केंद्र स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुंचा रही हैं।
सीएम ने किया हवाई सर्वे
मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में रेड अलर्ट और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने भी बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे कर हालात का जायजा लिया है। प्रशासन से पटना से लेकर कई जिलों में 3 से 4 दिन की छुट्टी घोषित कर दी है।