सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद पूरे बिहार में पुलिस व आबकारी विभाग अलर्ट मोड पर है। पुलिस की कई टीमें शराबबंदी होने के बावजूद भी शराब बेंच रहे लोगों की खोजबीन में लगातार पसीना बहा रही हैं।
गोपालगंज(Bihar). सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद पूरे बिहार में पुलिस व आबकारी विभाग अलर्ट मोड पर है। पुलिस की कई टीमें शराबबंदी होने के बावजूद भी शराब बेंच रहे लोगों की खोजबीन में लगातार पसीना बहा रही हैं। गोपालगंज में पुलिस और उत्पाद टीम गुरुवार को स्निफर डॉग के साथ एक जगह पर छापेमारी करने पहुंची। एक जगह पर जाकर स्निफर डॉग रुक गया तो पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने वहां खुदाई करवाई तो जमीन के अंदर से शराब निकलने लगी, ये नजारा देखकर पुलिस और उत्पाद टीम भी हैरान रह गई ।
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार के मुताबिक मांझा थाना क्षेत्र में जमीन के अंदर अर्धनिर्मित शराब की खेप मिली। कुदाल से मिट्टी भरकर शराब को नष्ट कर दिया गया। वहीं, महम्मदपुर और बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में टीम ने कई ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया, जहां शराब का खाली गैलन और कई उपकरण बरामद किया गया। इसके साथ ही पुलिस लगातार सारण के इलाके से आनेवाली गाड़ियों की सघन जांच कर रही है।
पुलिस की सख्ती देख फरार हुए शराब तस्कर
उत्पाद टीम और पुलिस की संयुक्त अभियान और सख्ती को देखते हुए शराब तस्कर फरार हो गए, लेकिन इलाके में पूरे दिन हड़कंप मचा रहा। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि मांझा, बरौली, सिधवलिया, महम्मदपुर और बैकुंठपुर थाने की पुलिस के साथ छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। मांझा थाना क्षेत्र में जमीन के अंदर अर्धनिर्मित शराब की खेप मिली। उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर सूचना मिल रही है कि वहां अवैध शराब का कारोबार होता है, उन स्थानों को चिन्हित कर पुलिस की मदद से छापेमारी जारी है।
तीसरी आंख से की जा रही निगहबानी
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि ड्रोन से पहले अड्डों को चिन्हित किया जा रहा है, उसके बाद छापेमारी की जा रही है। वहीं इस मामले में उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। छपरा में जहरीली शराब कांड में अब तक 54 मृतकों की सूची सामने आ गई है। बताया जा रहा है कि यह आंकड़ा 100 के पार पहुंच सकता है। हालांकि, प्रशासन ने अब तक महज 26 मौत की ही पुष्टि की है।
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