Economic Survey 2022 : ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी की सबसे बड़ी वजह आई सामने, देखें क्या कहती है रिपोर्ट

Society of Indian Automobile Manufacturers के आंकड़ों के अनुसार, देश में कार निर्माताओं ने दिसंबर में घरेलू बाजार में 2,19,421 यात्री वाहनों की बिक्री की, जो साल-दर-साल 13 फीसदी कम है। विभिन्न कार निर्माताओं की वेबसाइटों की जानकारी से पता चलता है कि दिसंबर 2021 तक 7 लाख से अधिक ऑर्डर लंबित थे।

Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2022 2:26 PM IST

ऑटो एंड बिजनेस डेस्क।  केंद्र सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, semiconductors की कमी के कारण दिसंबर 2021 तक देश में वाहन निर्माताओं के पास सात लाख से अधिक ऑर्डर का बैकलॉग है।  सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (Society of Indian Automobile Manufacturers) के आंकड़ों के अनुसार, देश में कार निर्माताओं ने दिसंबर में घरेलू बाजार में 2,19,421 यात्री वाहनों की बिक्री की, जो साल-दर-साल 13 फीसदी कम है। सर्वेक्षण में कहा गया है, "यह मांग की समस्या नहीं है, बल्कि आपूर्ति पक्ष का मुद्दा है। विभिन्न कार निर्माताओं की वेबसाइटों की जानकारी से पता चलता है कि दिसंबर 2021 तक 7 लाख से अधिक ऑर्डर लंबित थे।"

सेमीकंडक्टर्स प्रोडक्शन में आत्मनिर्भर बनेगा भारत
रिपोर्ट में देश में सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों की भी जानकारी दी गई है। इससे भविष्य में supply-chain shortage की कमी से बचा जा सके। देश में सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम (display manufacturing ecosystem) के विकास के लिए 76,000 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दी गई है। इस उद्योग को बढ़ावा देने का प्रयास ऐसे समय में हुआ है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था आपूर्ति श्रृंखलाओं में गंभीर व्यवधानों के कारण सेमीकंडक्टर की कमी का सामना कर रही है।

 पीएलआई स्कीम से सुधरेगी स्थिति
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएलआई (PLI) और अन्य योजनाएं जो सेमीकंडक्टर्स को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, न केवल घरेलू ऑटो कंपनियों को कोरोनोवायरस महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने में मदद करेंगी, बल्कि उन्हें विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के साथ चिप बनाने में भी मदद करेंगी। घटकों (components) की कमी की वजह से विभिन्न उद्योगों ने कारखाने बंद कर दिए या उत्पादन कम कर दिया। Semiconductors  का उपयोग ऑटोमोबाइल और इसके घटकों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक और चिकित्सा उपकरणों में किया जाता है। वहीं रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आपूर्ति की कमी के कारण, उद्योग के लिए 2021 के लिए औसत समय वैश्विक स्तर पर लगभग 14 सप्ताह रहा है।

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