अडानी ग्रुप ने भारत में 200 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप वाले तीन सदस्यीय क्लब में भी प्रवेश किया। अन्य दो सदस्य मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप और टाटा ग्रुप हैं।
बिजनेस डेस्क। अडानी ग्रुप अपने निवेशकों की कमाई कराना जारी रखे हुए है। इसके प्रमोटर, जो अब सबसे अमीर भारतीय हैं, उन लोगों के एक छोटे से क्लब का हिस्सा हैं, जिनकी कुल संपत्ति 100 अरब डॉलर से अधिक है। गुरुवार को, अडानी ग्रुप ने भारत में 200 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप वाले तीन सदस्यीय क्लब में भी प्रवेश किया। अन्य दो सदस्य मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप और टाटा ग्रुप हैं। इस साल अब तक अडानी ग्रुप ने किस तरह से पैसा कमाया है, यह नीचे बताया गया है।
अडानी विल्मर। एमकैप: 79,200 करोड़ रुपए
कंपनी ने फरवरी में स्टॉक एक्सचेंजों में शुरुआत की, लेकिन कम समय में इस खाद्य तेल उत्पादक ने अपने शेयरधारकों की जबरदस्त कमाई कराई है। आईपीओ के बाद से स्टॉक 165 प्रतिशत ऊपर है। फिर भी यह सबसे कम मूल्य वाली लिस्टिड अडानी ग्रुप की कंपनी है, जिसका मार्केट कैप 79,000 करोड़ रुपए है।
अडानी पावर। एमकैप: 94,300 करोड़ रुपए
जहां तक साल 2022 का सवाल है, बिजली का वितरण करने वाली कंपनी भी पैसा कमाने वाली है। स्टॉक सालाना 145 फीसदी ऊपर है क्योंकि कंपनी अपने पोर्टफोलियो में संपत्ति जोड़ रही है। इसके अलावा, भीषण गर्मी की शुरुआत से स्टॉक को भी फायदा हो रहा है क्योंकि निवेशकों का मानना है कि बिजली की बढ़ती मांग से कंपनी के राजस्व में वृद्धि होगी।
अडानी ग्रीन एनर्जी। एमकैप: 3.43 लाख करोड़ रुपए
यह एक अडानी ग्रुप की दूसरी कंपनी है, जिसमें जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। ग्रीन एनर्जी में गौतम अडानी ने बड़े निवेश का ऐलान किया है। इस मल्टीबैगर स्टॉक में इस साल भी काफी बढ़ा है। अब तक सिर्फ चार महीनों में इसमें 65 फीसदी की तेजी आई है। इस कंपनी का मार्केट कैप 3.43 लाख करोड़ रुपए है।
अडानी टोटल गैस। एमकैप: 2.78 लाख करोड़ रुपए
यह एक और नाम है जिसने साल-दर-साल मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, इस साल अब तक स्टॉक में 48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सिटी गैस वितरक ने हाल ही में अहमदाबाद में अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लॉन्च करते हुए, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में कदम रखा, जिसने स्टॉक को एक और उत्साह दिया। कंपनी अब देश भर में 1,500 ऐसे स्टेशन स्थापित करके अपने नेटवर्क का विस्तार करने का टारगेट रखा है और मांग के आधार पर 1500 ईवीसीएस से आगे बढऩे के लिए एक विस्तार योजना तैयार रखी है।
यह भी पढ़ेंः- वित्त वर्ष 22 में सरकार ने की जबरदस्त कमाई, 27 लाख करोड़ रुपए का किया टैक्स कलेक्शन
अडानी ट्रांसमिशन। एमकैप: 2.73 लाख करोड़ रुपए
भारत में सबसे बड़ी पॉवर ट्रांसमिशन कंपनियों में से एक, इसने अब तक वर्ष के दौरान प्रभावशाली रिटर्न दिया है। कंपनी अपने पोर्टफोलियो में कैपैसिटी भी जोड़ रही है, जो निवेशकों को कंपनी की ओर आकर्षित कर रही है। स्टॉक में साल-दर-साल 43 फीसदी की तेजी आई है।
यह भी पढ़ेंः- सरकारी कंपनियां बिना जुर्माने के नॉन ऑपरेशनल कोल माइंस करेंगी सरेंडर, कैबिनेट ने दी वन-टाइम विंडो को मंजूरी
अडानी इंटरप्राइजेज। एमकैप: 2.37 लाख करोड़ रुपए
अडानी ग्रुप की माइनिंग और मिनरल्स यूनिट्स एक्विजिशन और नए ऑर्डर के साथ बड़ी प्रगति कर रही है, जो स्पष्ट रूप से निवेशकों के लिए राजस्व वृद्धि का रास्ता दिखा रही है। इस प्रकार, कैलेंडर वर्ष 2022 में अब तक स्टॉक 26 प्रतिशत ऊपर है। इसे हाल ही में एनएमएआई के लिए सड़क बनाने का ऑर्डर भी मिला है। इसके अलावा, इसने कोयला मंत्रालय के लिए परियोजनाओं पर काम करने के लिए बोली भी जीती।
यह भी पढ़ेंः- एनपीसीआई ने दिया स्पष्टीकरण, यूपीआई का उपयोग करने वाले क्रिप्टो एक्सचेंज की नहीं है जानाकारी
अडानी पोर्ट्रस। एमकैप: 1.79 लाख करोड़ रुपए
कंपनी देश के कुछ सबसे लाभदायक बंदरगाहों और हवाई अड्डों का प्रबंधन करती है, जिनमें से सबसे बड़ा मुंद्रा में है। इसने अपने व्यवसाय को बढ़ाना भी बंद नहीं किया है, चाहे वह जैविक रूप से हो या अकार्बनिक रूप से। इस साल अब तक स्टॉक में 16 फीसदी की तेजी आ चुकी है।