टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए साक्षात्कार में वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार आर्थिक मंदी से निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। सरकार भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और एयर इंडिया हिस्सेदारी बेचेगी। एयर इंडिया पर 58,000 हजार करोड़ का कर्ज है।
नई दिल्ली. सरकार ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और एयर इंडिया को बेचने का मूड बना लिया है। बढ़ते कर्ज के देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बात का संकेत दिया है कि अगले साल मार्च में इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। सरकार को इन दोनों की हिस्सेदारी बेंच कर धन इकठ्ठा करने वाली है। बेचने पर सरकार को अच्छी राशि मिलने वाली है। सरकार को सितंबर महीने में जीएसटी संग्रह में घाटा हुआ था।
एयर इंडिया को मिले खरीदार
एयर इंडिया के 76 फीसदी स्वामित्व मैनेजमेंट के हाथ में होने से पिछली बार सरकार को निराशा हाथ लगी थी, जिसका परिणाम रहा कि कंपनी को कोई खरीदार नहीं मिला था। पिछले साल बढ़ते तेल की कीमतों और करेंसी के दाम में बढ़ोतरी से कंपनी को करीब 4,600 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। वर्तमान में एयर इंडिया पर करीब 58,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।
आर्थिक मंदी से निपटने की कोशिश में सरकार
TOI को दिए साक्षात्कार में वित्त मंत्री ने कहा है कि सरकार आर्थिक मंदी से निपटने के लिए कोशिश कर रही है। इस ओर सरकार ने पिछले कुछ महीनों में कई सकारातमक कदम उठाए हैं। ग्लोबल वातावरण और देश में विदेशी निवेशकों के लिए सरकार की ओर से मिले छूट का ही परिणाम रहा है कि घरेलू बाजार में नवंबर के शुरुआती 15 दिनों में 19 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की विदेशी निवेश किया गया।
BPCL की 53 फीसदी बिकेगी
सरकारी कंपनी बीपीसीएल का करीब 53 फीसदी हिस्सेदारी की भी बात चल रही है। सरकार इसकी बात पहले भी कर चुकी है। इससे करीब 65 हजार करोड़ रुपए इकठ्ठा करने की बात कहा जा रही है। वर्तमान में कंपनी की मार्केट कैप करीब 1.02 करोड़ रुपए की है।