आर कॉम पर 33 हजार करोड़ रुपये का कर्ज, संपत्तियों के लिए एयरटेल, जियो ने लगाई बोली

कर्ज में डूबी रिलायंस कम्युनिकेशंस की संपत्ति खरीदने के लिये बोलियां लगायी हैं मामले से जुड़े बैंक सूत्रों ने कहा कि आर कॉम की कर्जदाताओं की समिति को सोमावार को बोली खोलनी थी लेकिन उसने इसके लिये शुक्रवार को फिर से बैठक करने का निर्णय किया

Asianet News Hindi | Published : Nov 29, 2019 7:01 AM IST

नयी दिल्ली: भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, वार्डे कैपिटल और यूवी एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (यूवीएआरसीएल) ने कर्ज में डूबी रिलायंस कम्युनिकेशंस की संपत्ति खरीदने के लिये बोलियां लगायी हैं। मामले से जुड़े बैंक सूत्रों ने कहा कि आर कॉम की कर्जदाताओं की समिति को सोमावार को बोली खोलनी थी लेकिन उसने इसके लिये शुक्रवार को फिर से बैठक करने का निर्णय किया।

सूत्रों के अनुसार, ''भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, वार्डे कैपिटल और यूवीएआरसीएल ने बोलियां जमा की हैं। तीन कंपनियों...आर कॉम, रिलायंस टेलीकॉम और रिलांयस इंफ्राटेल लिमिटेड के लिये कुल 11 बोलियां आयी हैं।'' उसने कहा कि आई स्कवायर्ड कैपिटल ने बोली जमा नहीं की। यह उम्मीद की जा रही थी कि कंपनी आर कॉम के डेटा सेंटर और आप्टिकल फाइबर को खरीदेगी।

आर कॉम ने पूरी संपत्ति बिक्री पर रखी

आर कॉम के ऊपर करीब 33,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्जदाताओं ने अगस्त में करीब 49,000 करोड़ रुपये का दावा जमा किया था। सूत्रों के अनुसार, ''कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) की शुक्रवार को फिर बैठक होगी जिसमें बोलियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।'' आर कॉम ने अपनी पूरी संपत्ति बिक्री के लिये रखी है। इसमें 122 मेगाहट्र्ज में स्पेक्ट्रम शामिल है। ऋण शोधन कार्यवाही में जाने से पहले कंपनी ने इसका मल्य 14,000 करोड़ रुपये आकलित किया था। टॉवर कारोबार 7,000 करोड़ रुपये, आप्टिकल फाइबर नेटवर्क 3,000 करोड़ रुपये तथा डेटा सेंटर का मूल्य 4,000 करोड़ रुपये आंका गया था।

राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण के आदेश के तहत समाधान पेशेवर को 10 जनवरी 2020 तक प्रक्रिया पूरी करनी है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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