Axis Bank करेगा Citigroup के उपभोक्ता व्यवसाय को टेकओवर, जल्द हो सकता है ऐलान

सिटीग्रुप (Citigroup) ने कहा था कि वह भारत सहित 13 देशों में उपभोक्ता व्यवसायों से बाहर निकलने की कोशिश करेगा, क्योंकि यह सिंगापुर, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात और लंदन में चार धन केंद्रों (four wealth centres) पर फोकस कर रहा है। 

Rupesh Sahu | Published : Mar 30, 2022 7:48 AM IST

बिजनेस डेस्क । प्रायवेट सेक्टर  का ऋणदाता एक्सिस बैंक, बुधवार यानि आज भारत में सिटीबैंक के उपभोक्ता व्यवसाय के अधिग्रहण (acquire Citibank’s consumer business in India) के लिए एक सौदे का ऐलान कर सकता है। 31 मार्च 2021 तक, सिटी के पास भारत में 68,747 करोड़ रुपए के लोन और 1.66 ट्रिलियन रुपए की जमा राशि थी। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में इसके क्रेडिट कार्ड की कुल संख्या 2.55 मिलियन थी।  एक विश्वसनीय सूत्र के हवाले से मिंट ने ये खबर प्रकाशित की है।

ये भी पढ़े-  यात्री, स्कूल बसों में फायर अलार्म, Fire protection सिस्टम अनिवार्य : MoRTH, गलत लेन में चले तो भारी जुर्माना 

सिटीग्रुप 13 देशों से समेटागा व्यापार 
पिछले साल अप्रैल में, सिटीग्रुप ने कहा था कि वह भारत सहित 13 देशों में उपभोक्ता व्यवसायों से बाहर निकलने की कोशिश करेगा, क्योंकि यह सिंगापुर, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात और लंदन (Singapore, Hong Kong, United Arab Emirates and London) में चार धन केंद्रों (four wealth centres) पर फोकस कर रहा है। सिटीग्रुप ने कहा था कि चल रही रणनीतिक समीक्षा के हिस्से के रूप में लिया गया निर्णय, सिटी को उन व्यवसायों में निवेश और संसाधनों को निर्देशित करने की अनुमति देगा जहां इसका सबसे बड़ा पैमाना और विकास क्षमता है।

ये भी पढ़ें-  Petrol Diesel Rate: ये 10 देश जहां मिल रहा सबसे महंगा पेट्रोल, भारत के मुकाबले कहीं ज्यादा चुकाना पड़ता है

फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स डाल रहा असर
फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेक्टर में सामान्य कमजोरी ने बढ़ती इनपुट लागत और ग्रामीण बाजार प्रीमियम में कमजोर मांग के कारण स्टॉक पर भार डाला है। इस वजह से सिटी ग्रुप के तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 

ये भी पढ़ें-  यूक्रेन से युद्घ के बाद लगे प्रतिबंधों के बीच भारत का रूस से रुपए में क्रूड खरीदने का कोई विचार नहीं

इन देशों में रिटेल कारोबार करेगा खत्म
अगर कीमतों में बढ़ोतरी 10% से अधिक होती है, तो आने वाले वित्त वर्ष में बिक्री पर इसका असर पड़ सकता है, इससे विश्लेषकों को सावधान रहने की जरुरत है । भारत के अलावा, बैंक ने ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, चीन, इंडोनेशिया, कोरिया, मलेशिया, फिलीपींस, पोलैंड, रूस, ताइवान, थाईलैंड और वियतनाम ( Australia, Bahrain, China, Indonesia, Korea, Malaysia, the Philippines, Poland, Russia, Taiwan, Thailand and Vietnam) में खुदरा क्षेत्र से बाहर निकलने का फैसला किया था।

ये भी पढ़ें-  Russia-Ukraine war ने बढ़ाई भारत के गेहूं की ताकत, दुनियाभर में बढ़ी मांग, कीमतें स्थिर रखने में की मदद


 

Read more Articles on
Share this article
click me!