इसके अलावा पीएफसी और आरईसी के कर्मचारी इस आपात स्थिति में सरकार की मदद के लिये स्वेच्छा से एक-एक दिन की तनख्वाह देंगे।
नई दिल्ली. सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) और आरईसी ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम में सरकार की मदद के लिये पीएम-केयर्स फंड (आपाति स्थिति में प्रधानमंत्री की नागरिक सहायता और राहत कोष) में कुल 350 करोड़ रुपये का योगदान देने का संकल्प जताया है। इसमें पीएफसी 200 करोड़ रुपये और आरईसी 150 करोड़ रुपये का योगदान देगी।
कर्मचारी भी स्वेच्छा से एक दिन की तनख्वाह देंगे
इसके अलावा पीएफसी और आरईसी के कर्मचारी इस आपात स्थिति में सरकार की मदद के लिये स्वेच्छा से एक-एक दिन की तनख्वाह देंगे। पीएफसी ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी। इससे पहले, पीएफसी राजस्थान में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी को 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने पर सहमति जतायी थी। कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी पहल के तहत पीएफसी की वित्तीय सहायता का उपयोग मास्क और सैनिटाइजर के वितरण में किया जाएगा।
बिजली मंत्रालय 925 करोड़ रूपया देगा
बिजली मंत्री आर के सिंह ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा था, ‘‘...बिजली मंत्रालय और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले उपक्रमों ने पीएम-केयर्स फंड में 925 करोड़ रुपये का योगदान देने का निर्णय किया है। इसमें से 445 करोड़ रुपे 31 मार्च तथा शेष राशि अप्रैल के पहले सप्ताह में जमा की जाएगी।’’
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतीकात्मक फोटो)