भारत का व्यापारिक घाटा दिसंबर में 21.7 अरब डॉलर रहा, import में हुई भारी बढ़ोतरी

दिसंबर 2021 के महीने के लिए भारत का माल निर्यात $ 37.8 बिलियन था, जबकि पिछले साल इसी महीने में 27.22 बिलियन डॉलर की तुलना में, 39% की वृद्धि हुई है, सरकार ने  गुरुवार को दिसंबर के आयात-निर्यात के आंकड़े जारी किए हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jan 13, 2022 2:41 PM IST / Updated: Jan 13 2022, 08:34 PM IST

बिजनेस डेस्क, India's trade deficit at $21.7 billion in Dec 2021 : दिसंबर 2021 के महीने के लिए भारत का माल निर्यात (India's merchandise exports) $ 37.8 बिलियन था, जबकि पिछले साल इसी महीने में 27.22 बिलियन डॉलर का निर्यात किया गया था, इसमें बीते साल की तुलना में, 39% की वृद्धि दर्ज की गई है, सरकार ने  गुरुवार को दिसंबर के आयात-निर्यात के आंकड़े जारी किए हैं। इस बीच, रिपोर्टिंग महीने में आयात 38.6% बढ़कर 59.48 बिलियन हो गया, दिसंबर 2020 में 42.93 बिलियन डॉलर का आयात किया गया था।

नवंबर के मुकाबले दिसंबर में आई कमी
यह  नवंबर 2021 में व्यापार घाटा 22.91 अरब डॉलर था। इसके मुकाबले दिसंबर महीने में कमी आई है। बीते महीने के अंत में भारत को 21.7 अरब डॉलर के व्यापार घाटा सहना पड़ा है। अप्रैल-दिसंबर के लिए निर्यात 49.6% बढ़कर $ 301.3 बिलियन हो गया, जबकि आयात भी समीक्षाधीन अवधि (period under review) के लिए 68% बढ़कर $ 443.82 बिलियन हो गया है।

निर्यात घटा-आयात बढ़ा
दिसंबर 2021 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण (Non-petroleum and non-gems and jewellery) निर्यात 29.6% बढ़कर 28.92 बिलियन हो गया है, जबकि इसी सेगमेंट में आयात 34% बढ़कर 35.4 बिलियन डॉलर पहुंच गया है।
 

भारत की खुदरा मुद्रास्फीति में तेजी से इजाफा
इससे पहले बुधवार जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर के महीने में तेजी से बढ़कर 5.59% हो गई, ये नवंबर में 4.91% थी, जो manufactured items की बढ़ती कीमतों की वजह से इसमें इजाफा हुआ है। सरकार ने इस संबंध में बुधवार को आंकड़े जारी किए हैं। बीते साल के दिसंबर महीने के आंकड़ों के मुताबिक खाद्य मुद्रास्फीति में इजाफा जरुर हुआ है, पर आने वाले कुछ समय में मौसम में बदलाव के साथ इसमें कमी आ सकती है।  

भारतीय रिजर्व बैंक की सीमा के अंदर है मुद्रास्फीति
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index ) द्वारा मापी गई मुद्रास्फीति एक साल पहले की अवधि में 4.59% थी। भले ही मुद्रास्फीति का प्रिंट तेजी से बढ़ा है, फिर भी यह भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के 2% -6% के लक्ष्य सीमा के भीतर है। खाद्य मुद्रास्फीति (Food inflation) भी दिसंबर में बढ़कर 4.05% हो गई, जो नवंबर में 1.87% थी। बता दें कि  रॉयटर्स पोल में विश्लेषकों ने वार्षिक मुद्रास्फीति 5.8% की भविष्यवाणी की थी।

औद्योगिक उत्पादन में हुई बढ़ोतरी
इस बीच, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ( ministry of statistics and programme implementation) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन (industrial production) पिछले साल के इसी महीने (-)1.6% की तुलना में 1.4% बढ़ा है। बीते साल अक्टूबर महीने में आईआईपी 3.2 फीसदी चढ़ा है। नवंबर के महीने में खनन क्षेत्र (Mining sector) में 5% की वृद्धि हुई, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 5.4% थी।


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