
नई दिल्लीः एलआईसी (LIC) ने शुक्रवार को बीमा रत्न योजना (Bima Ratna) नाम की एक नई पॉलिसी की शुरुआत की है। बीमा रत्न एक गैर-लिंक्ड, गैर-पार्टिसिपेटेड, पर्सनल, बचत जीवन बीमा योजना है। इस योजना में ग्राहकों को सुरक्षा और बचत दोनों की सुविधा मिलेगी। बता दें कि एलआईसी के इस प्रोडक्ट को कॉर्पोरेट एजेंट्स, बीमा मार्केटिंग फर्मों (आईएमएफ), एजेंट्स, सीपीएससी-एसपीवी और पीओएसपी-एलआई के माध्यम से खरीदा जा सकता है। एलआईसी की बीमा रत्न योजना पॉलिसी अवधि के दौरान किसी पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो इस मामले में परिवार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। साथ ही विभिन्न वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए गारंटीड बोनस की सुविधा भी प्रदान करती है। इसके अलावा, योजना लोन सुविधा के माध्यम से लिक्विडिटी की जरूरतों का ख्याल रखती है।
बीमा रत्न योजना पॉलिसी क्या है
1. डेथ बेनेफिट्सः एलआईसी योजना शुरू होने की तारीख के बाद पॉलिसी अवधि के दौरान बीमा किए हुए व्यक्ति की मृत्यु पर मृत्यु लाभ भुगतान की पेशकश करता है। एलआईसी मृत्यु पर बीमा की हुई राशि को मूल बीमा राशि के 125% से अधिक या वार्षिक प्रीमियम के 7 गुना के रूप में परिभाषित करता है। यह मृत्यु लाभ भुगतान मृत्यु की तारीख तक भुगतान किए गए कुल के 105% से कम नहीं होगा।
2. सर्वाइवल बेनेफिट्स: यदि योजना की अवधि 15 वर्ष है तो एलआईसी प्रत्येक 13वें और 14वें पॉलिसी साल के अंत में मूल बीमा राशि का 25% भुगतान करेगी। 20 साल की टर्म प्लान के लिए, एलआईसी 18वें और 19वें पॉलिसी सालों में से प्रत्येक के अंत में मूल बीमा राशि का 25% भुगतान करेगी। यदि पॉलिसी योजना 25 वर्षों के लिए है, तो एलआईसी प्रत्येक 23वें और 24वें पॉलिसी वर्ष के अंत में समान 25% का भुगतान करेगी।
3. मैच्योरिटी बेनेफिट्स: अगर कोई बीमित व्यक्ति मैच्योरिटी की तय डेट तक जीवित रहते हैं तो 'मैच्योरिटी पर बीमा राशि' के साथ-साथ अर्जित गारंटीड एडिशन का भी भुगतान होगा। इस पॉलिसी के तहत, पहले साल से लेकर 5 साल तक प्रति 1,000 रुपये पर 50 रुपये का गारंटीड बोनस दिया जाएगा। जबकि 6वें से 10वें पॉलिसी वर्ष तक, एलआईसी 55 रुपये बोनस और इसके बाद मैच्योरिटी की अवधि तक 60 रुपये प्रति हजार सालाना बोनस देगा। हालांकि, अगर प्रीमियम का भुगतान विधिवत नहीं किया जाता है, तो पॉलिसी के तहत गारंटीड एडीशन्स मिलना बंद हो जाएगा।
4. अन्य शर्तें:
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