आने वाले दिनों में एपल की Siri को कमांड के लिए यूजर्स के फेस की जरुरत पड़ेगी। एपल डिवाइस या आने वाले नए आईफोन में Siri यूजर्स को इस तकनीकी का फायदा मिलेगा।
नई दिल्ली. गूगल असिस्टेंट हो एपल की Siri, इन सभी को कमांड देने के लिए वॉइस की आवश्यता पड़ती है, परन्तु आने वाले दिनों में इसकी जरुरत खत्म हो जाएगी। कमांड के लिए यूजर्स के फेस की जरुरत पड़ेगी। चेहरे के इमोशन को देख कर Siri कमांड लेगा। जिससे सभी को एक नए तकनीकी का फायदा मिलेगा।
चेहरा देखकर लेगा कमांड
दरअसल एपल Siri असिस्टेंट को और बेहतर बनाने पर काम कर रहा है। इसके माध्यम से आने वाला वक्त में यूजर्स के इमोशंस को भी इस टेक्नॉलजी से जोड़ा जा सकेगा। यह बात कंपनी के हाल ही में नए पेटेंट में सामने आया है, जिससे Siri यूजर्स के इमोशन को समझने की कोशिश करेगा।
Siri असिस्टेंट होगा और बेहतर
Siri असिस्टेंट के पेटेंट में कहा गया कि यदि यह वॉइस कमांड को समझने में असमर्थ होता है तो Siri यूजर्स के फेस के इमोशन को समझ कर कमांड पर काम करेगा। इसके तहत यूजर्स के दुखी, अच्छे मूड और गुस्से को समझ कर कमांड लेगा। यूजर का मूड समझने के लिए जिस डेटा का एनालिसिस जरूरी है, वह माइक्रोफोन, ऑडियो इनपुट, कैमरा और इससे मिलने वाली इमेज की मदद से आएगा।
बता दें कि अभी यह सिर्फ एक पेटेंट है कंपनी इस पर काम कर रही है। एपल डिवाइस या आने वाले नए आईफोन में Siri यूजर्स को इस तकनीकी का फायदा मिलेगा।