म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको 5 ज़रूरी बातें पता होनी चाहिए। ताकि आपके पैसे किसी भी तरह से डूबे नहीं बल्कि उसका सही तरह से इस्तेमाल हो सकें।
क्या आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं? लंबी अवधि में बाज़ार से अच्छा रिटर्न पाने के लिए म्यूचुअल फंड एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। लेकिन, निवेश करने से पहले म्यूचुअल फंड से जुड़ी कुछ बातें समझ लेना ज़रूरी है। म्यूचुअल फंड के कई प्रकार होते हैं, और हर एक का जोखिम, निवेश की अवधि, लागत और उद्देश्य अलग-अलग होता है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको ये 5 ज़रूरी बातें पता होनी चाहिए।
आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता के हिसाब से म्यूचुअल फंड चुनना चाहिए। अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड ज़्यादा रिटर्न दे सकते हैं। वहीं, कम समय के लिए निवेश करने के लिए डेट या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
कम खर्च वाले म्यूचुअल फंड को चुनना बेहतर होता है। इससे आपके मुनाफे से कटने वाली फीस कम हो जाती है।
भले ही पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता, लेकिन किसी म्यूचुअल फंड का मूल्यांकन करने के लिए उसका पिछला रिकॉर्ड देखना ज़रूरी है। 1 साल, 3 साल, 5 साल और 10 साल के प्रदर्शन को देखकर आप उसकी स्थिरता का अंदाज़ा लगा सकते हैं। ऐसे फंड चुनें जो लगातार अपने जैसे दूसरे फंड और बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करते रहे हों।
अपना सारा पैसा एक ही म्यूचुअल फंड में न लगाएँ। जोखिम कम करने के लिए, अलग-अलग तरह की संपत्तियों और सेक्टर में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंडमें भी निवेश करें।
आपको यह तय करना होगा कि आप एक्टिव फंड में निवेश करना चाहते हैं या पैसिव फंड में। एक्टिव फंड में, प्रोफेशनल फंड मैनेजर आपके निवेश को मैनेज करते हैं और बाज़ार से ज़्यादा से ज़्यादा रिटर्न कमाने की कोशिश करते हैं। पैसिव फंड किसी मार्केट इंडेक्स को फॉलो करते हैं। दुनिया भर के आंकड़े बताते हैं कि 66% एक्टिव फंड इंडेक्स फंड से कम रिटर्न देते हैं। भारत में, पिछले 3 सालों में यह आंकड़ा 50% है, लेकिन 4 साल के आंकड़े देखें तो यह वैश्विक औसत के करीब है।