
Reliance Infra and Power Shares : गुरुवार, 24 जुलाई को रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावरके शेयरों में 5% से ज्यादा की भारी गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट उस समय आई जब मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ कि अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (ADAG) से जुड़ी कंपनियों और यस बैंक (Yes Bank) के बीच 3,000 करोड़ रुपए के कथित बैंक लोन घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ED ने मुंबई और दिल्ली में 35 से ज्यादा जगहों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया। इस छापेमारी में करीब 50 कंपनियां और 25 लोग रडार पर हैं। मामला प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत रजिस्टर किया गया है।
इस खबर के बाद Reliance Infrastructure और Reliance Power के शेयर गुरुवार को इंट्राडे ट्रेडिंग में 5% से ज्यादा गिर गए। निवेशकों में ED की कार्रवाई और SBI के आरोपों के बाद घबराहट साफ दिखाई दी।
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दोपहर करीब 2 बजे तक रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयर 4.99% की गिरावट के साथ 359.85 रुपए पर कारोबार कर रहे। वहीं, 5.01% लुढ़कर 59.77 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि कानूनी विवाद और जांच का असर शेयर प्राइस पर देखने को मिलेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED 2017 से 2019 के बीच Yes Bank द्वारा ADAG कंपनियों को दिए गए लोन में अवैध डायवर्ज़न की जांच कर रहा है। शक है कि यस बैंक प्रमोटर्स को लोन जारी होने से ठीक पहले फंड्स ट्रांसफर किए गए, जो एक 'Bribe-for-loan' नेक्सस की तरफ इशारा करता है। क्रेडिट अप्रूवल मेमोरेन्डम को बैकडेट करना, बिना ड्यू डिलिजेंस के इन्वेस्टमेंट और यस बैंक की क्रेडिट पॉलिसी का उल्लंघन भी जांच का हिस्सा है।
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ED का यह केस CBI की दो FIRs और अन्य एजेंसियों जैसे SEBI, National Housing Bank, NFRA और Bank of Baroda की इनपुट्स पर आधारित है। इसका मतलब है कि कई रेग्युलेटरी बॉडीज मिलकर इस घोटाले की परतें खोल रही हैं।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी और एजुकेशनल उद्देश्य के लिए है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी, आंकड़े या विचार निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।