
Belrise Industries IPO: बेलराइज इंडस्ट्रीज का आईपीओ बुधवार 28 मई को बाजार में लिस्ट होगा। निवेशकों के मन में सवाल है कि इसे लिस्टिंग गेन लेकर बेचना ठीक रहेगा या फिर आगे होल्ड करना। इस बारे में क्या है एक्सपर्ट्स की राय, जानते हैं।
Belrise Industries के IPO को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला। इसकी बदौलत ये 43.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। क्वॉलिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी में इसे सबसे ज्यादा 112.63 सब्सक्रिप्शन मिला। इसके अलावा NII कैटेगरी में भी इश्यू 40.58 गुना भराया है। वहीं, रिटेल कैटेगरी में इश्यू को 4.52 गुना बोलियां मिलीं। इसके अलावा कंपनी ने लिस्टिंग से पहले एंकर इन्वेस्टर्स के जरिये 645 करोड़ रुपए जुटा लिए थे।
Investorgain के मुताबिक, 27 मई की रात 8 बजे तक बेलराइज इंडस्ट्रीज का शेयर ग्रे मार्केट में 22.5 रुपए के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा था। यानी ये अपने अपर प्राइस बैंड 90 रुपए से 25% ज्यादा प्रीमियम पर मौजूद है। इस हिसाब से देखें तो स्टॉक की लिस्टिंग 112.5 रुपए के आसपास हो सकती है। हालांकि, जरूरी नहीं कि GMP के आधार पर ही किसी शेयर की लिस्टिंग हो। ये इससे ज्यादा या कम भाव पर भी लिस्ट हो सकता है।
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, Belrise के IPO की भारी डिमांड और कंपनी की मजबूत ग्रोथ को देखते हुए इसकी लिस्टिंग अच्छी रहने की उम्मीद है। जिन इन्वेस्टर्स को इसके शेयर अलॉट हुए हैं वो मीडियम से लॉन्गटर्म के लिए इसे होल्ड कर सकते हैं। वहीं, जो निवेशक इसे लिस्टिंग के बाद खरीदना चाहते हैं, वो प्राइस स्टेबल होने तक इंतजार करें। अगर ये 100 से 105 रुपए की रेंज में मिलता है तो इसमें एंट्री ली जा सकती है। कुछ एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि लॉन्गटर्म नजरिया रखने वाले निवेशक इसे होल्ड कर सकते हैं, लेकिन जो लिस्टिंग गेन लेना चाहते हैं, उन्हें प्रॉफिट बुक कर निकल जाना चाहिए।
Belrise Industries की स्थापना 1996 में हुई। ऑटो एंसिलरी सेक्टर से जुड़ी ये कंपनी दोपहिया, चार पहिया, कमर्शियल और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए इक्विपमेंट्स बनाती है। भारत में टू-व्हीलर मेटल कंपोनेंट्स सेगमेंट में कंपनी की करीब 24% हिस्सेदारी है। बजाज ऑटो, होंडा मोटर्स एंड स्कूटर इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, जगुआर लैंड रोवर और रॉयल एनफील्ड मोटर्स बेलराइज के क्लाइंट्स में शामिल हैं। 8 राज्यों में कंपनी के 15 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं।