बायजूस (Byjus) के फाउंडर बायजू रवींद्रन के खिलाफ NCLT में याचिका दायर करने के बाद अब कंपनी के इन्वेस्टर्स ने संस्थापक और CEO बायजू रवींद्रन को उनके परिवार सहित हटाने के लिए वोट किया है।
ऐडटेक फर्म बायजूस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बायजूस (Byjus) के फाउंडर बायजू रवींद्रन के खिलाफ NCLT में याचिका दायर करने के बाद अब कंपनी के इन्वेस्टर्स ने संस्थापक और CEO बायजू रवींद्रन को उनके परिवार सहित हटाने के लिए वोट किया है।
Byjus के दो सबसे बड़े इन्वेस्टर्स ने डाला वोट
बायजूस (Byjus) के दो सबसे बड़े इन्वेस्टर्स प्रोसस NV और पीक XV पार्टनर्स ने शुक्रवार को कंपनी के फाउंडर बाजयू रवींद्रन को CEO के पद से हटाने के लिए वोट डाला। रवींद्रन के खिलाफ वोटिंग के बाद से अब ऑनलाइन ऐडटेक फर्म के भविष्य पर संकट और गहरा गया है। बता दें कि इससे पहले बायजू (Byjus) के चार निवेशकों ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) में उत्पीड़न और कुप्रबंधन का मुकदमा दायर करते हुए कंपनी के खिलाफ कानूनी एक्शन लिया है।
जानें क्यों हो रही थी बायजू रवींद्रन को हटाने की मांग
NCLT में याचिका दायर करने से पहले गुरुवार को निवेशकों ने मांग की कि मिसमैनेजमेंट और फेल्योर्स की वजह से बायजू रवींद्रन और उनकी फैमिली को बोर्ड से हटा दिया जाए। जिन शेयरहोल्डर्स ने EGM बुलाई है, उनके पास बायजूस में टोटल 30% से ज्यादा हिस्सेदारी है। वहीं, रवींद्रन और उनकी फैमिली की कंपनी में करीब 26% हिस्सेदारी है।
FEMA के तहत Byjus की जांच कर रहा ED
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (BOI) से बायजूस के फाउंडर और CEO बायजू रवींद्रन के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करवाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED लुकआउट नोटिस इसलिए जारी करवाया है, ताकि बायजू रवींद्रन देश छोड़कर बाहर न जाएं। ED फिलहाल बायजूस के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) उल्लंघन के तहत जांच कर रहा है। 3 महीने पहले नवंबर, 2023 में ED ने बायजू रवीन्द्रन और उनकी मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को 9,362 करोड़ रुपए का नोटिस जारी किया था।
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