
High CIBIL Score Loan Rejection Reasons: अगर आपका सिबिल स्कोर 800 है और फिर भी पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड का आवेदन रिजेक्ट हो गया है, तो आप अकेले नहीं हैं। बहुत लोग मान लेते हैं कि स्कोर हाई है, तो लोन तो मिल ही जाएगा, लेकिन असलियत इससे काफी अलग है। क्रेडिट स्कोर सिर्फ दरवाजा खोलता है, न कि अंदर जाने की इजाजत देता है। यह कई चीजों पर निर्भर करता है। इस आर्टिकल में जानिए हाई सिबिल स्कोर पर क्यों रिजेक्ट हो सकता है लोन अप्रूवअल, बैंक की असली शर्तें, छुपे हुए फैक्टर्स और अप्रूवल बढ़ाने के प्रैक्टिकल तरीके...
1. नौकरी कितनी स्टेबल है
बैंक सिर्फ आपका पुराना कर्ज़ नहीं देखते, वे यह भी देखते हैं कि आगे EMI भरने की क्षमता कितनी मजबूत है। बैंक जिन बातों को बारीकी से देखते हैं, उनमें लगातार नौकरी बदलना, प्रोबेशन पीरियड में होना, 3-6 महीने काम बदलने का ट्रेंड, एम्प्लाईमेंट में गैप, कम जानकारी वाले या अस्थिर कंपनी में काम करना। सैलरी वाले लोगों के लिए 2-3 साल की स्थिर नौकरी सबसे मजबूत पॉइंट माना जाता है।
2. सेल्फ एम्प्लॉयड हैं तो क्या करें
अगर आप खुद का काम करते हैं तो बैंक पिछले 2-3 साल का ITR, बिजनेस की स्थिरता, साल-दर-साल बढ़त या गिरावट, कैश फ्लो और प्रोफाइल देखते हैं। थोड़ा-सा गिरावट या लेट ITR भी आवेदन रोक सकता है।
सिबिल स्कोर हाई होने से यह नहीं साबित होता कि आप नया कर्ज संभाल लेंगे। बैंक एक थंब रूल मानते हैं कि कुल EMI इनकम का 40-50% होना चाहिए। अगर आपकी EMI इस से ऊपर है, बैंक तुरंत रेड फ्लैग लगा देते हैं।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के अनुसार, बहुत लोग यह गलती कर बैठते हैं कि हर जगह फॉर्म भर दो, कहीं न कहीं तो मिल ही जाएगा। लेकिन ऐसा करने से आपके सिबिल में कई हार्ड इन्क्वॉयरीज दिखती हैं। इससे बैंक को क्या लगता है कि कस्टमर को तुरंत पैसे चाहिए, वह फाइनेंशियल स्ट्रेस में है, ग्राहक कर्ज के लिए परेशान है और फिर हाई स्कोर होने के बावजूद, बैंक नहीं कह देता है।
आपके सिबिल स्कोर (CIBIL Score) में सब अच्छे दिख सकता है, लेकिन बैंक का इंटरनल रिकॉर्ड अपनी हिस्ट्री रखता है। अगर कभी EMI लेट हुई थी, लोन सैटलमेंट किया था, बैंक से विवाद हुआ था तो वही पुरानी कहानी फिर से आपके अप्रूवल के बीच दीवार बन जाती है। ब्यूरो अपडेट हो सकता है, लेकिन बैंक अपने पुराने रिकॉर्ड नहीं भूलता है।
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