Low Credit Score: कैसे आपका खराब क्रेडिट स्कोर आपको महंगा पड़ सकता है?
Low Credit Score Hidden Costs: अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है, तो पर्सनल लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है। अगर लोन मिल भी जाए, तो अक्सर ज्यादा ब्याज पर दिया जाता है। इसके पीछे कारण छुपे हिडेन कॉस्ट होते हैं। 5 पॉइंट्स में जानिए इसका असर…

लोन मिलने में मुश्किल और ज्यादा ब्याज दर
खराब क्रेडिट स्कोर वाले कस्टमर्स को बैंक अपनी शर्तों पर लोन देते हैं। जैसे अगर आप ₹5 लाख का लोन तीन साल के लिए लेते हैं और ब्याज दर 10% की जगह 11% है, तो आपको एक्स्ट्रा 8,487 रुपए खर्च करने होंगे। छोटी-सी ब्याज बढ़ोतरी भी लॉन्ग टर्म में भारी पड़ सकती है। इसलिए हमेशा अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाएं। इससे न सिर्फ लोन आसानी से मिलेगा बल्कि ब्याज दर भी कम होगी।
हाई क्रेडिट कार्ड चार्ज और एक्स्ट्रा खर्च
खराब क्रेडिट स्कोर के कारण क्रेडिट कार्ड पर भी अक्सर ज्यादा ब्याज और फीस लगती है। छोटी‑छोटी देर से भुगतान या गलती भी बैंक या NBFC से एक्स्ट्रा चार्जेज के रूप में लिया जा सकता है। इससे आपका पैसा और भी महंगा हो जाता है।
फाइनेंशियल फ्रीडम पर असर
कम क्रेडिट स्कोर का असर आपकी लॉन्ग टर्म की फाइनेंशियल प्लानिंग पर भी पड़ता है। यह आपके लोन की मंजूरी, ब्याज दर और फ्यूचर इन्वेस्टमेंट की संभावनाओं को प्रभावित करता है। समय पर EMI और बिल्स न चुकाने से आपकी फाइनेंशियल क्रेडिबिलिटी कमजोर होती है और बैंक या निवेशक आपको भरोसे के लायक नहीं मानते।
बड़े खर्चों और जरूरी प्लानिंग पर असर
खराब क्रेडिट स्कोर का असर सिर्फ लोन पर ही नहीं बल्कि आपके बड़े खर्चों और जरूरी प्लानिंग्स पर भी पड़ता है। जैसे- घर खरीदना, कार लेना या बच्चों की पढ़ाई के लिए लोन लेना मुश्किल हो सकता है। बैंक या NBFC आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन देंगे या लोन से इनकार कर सकते हैं। इससे आपकी फाइनेंसियल प्लानिंग प्रभावित होती है और जरूरी फैसले लेने में दिक्कत आती है।
फ्यूचर प्लानिंग पर लग सकता है ब्रेक
कम क्रेडिट स्कोर का असर आपके भविष्य की योजनाओं पर भी पड़ सकता है। चाहे वो नया बिजनेस शुरू करना हो, दूसरा लोन लेना हो या कोई बड़े निवेश का प्लान बनाना हो, खराब स्कोर होने पर बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट भरोसा नहीं जताते। इसका मतलब है कि आपकी फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी कम हो जाती है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी वित्तीय सलाह या लोन-क्रेडिट फैसले का विकल्प नहीं है। किसी भी लोन, क्रेडिट कार्ड या निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या बैंक-एनबीएफसी से सलाह जरूर लें।
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