Credit Score Improvement Tips: किसी भी बैंक या एनबीएफसी से लोन पाने के लिए आपका सिबिल यानी क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। खराब स्कोर वालों को जहां लोन मिलने में दिक्कतें आती हैं, वहीं बैंक भी ऐसे लोगों को ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज देते हैं।  

How to Improve Cibil Score: महंगाई के इस दौर में कई बार आम आदमी को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेना पड़ता है। तमाम सरकारी-प्राइवेट बैंकों के अलावा कई नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (NBFC) अलग-अलग ब्याज दरों पर कर्ज देते हैं, लेकिन इसके लिए क्रेडिट या सिबिल (CIBIL) स्कोर का बेहतर होना जरूरी है। अगर लोन के लिए अप्लाई करने वाले शख्स का सिबिल अच्छा है, तो उसे कम से कम ब्याज दर पर आसानी से लोन मिल सकता है। साथ ही अच्छे स्कोर वाले ग्राहक को बैंक प्री-अप्रूव्ड ऑफर्स भी देते हैं। जानते हैं क्रेडिट स्कोर को बेहतर करने के कुछ तरीके।

क्रेडिट स्कोर मेंटेन रखने के लिए क्या करें?

सिबिल या क्रेडिट स्कोर को इम्प्रूव करना कोई एक-दो दिन का काम नहीं है। इसमें लंबा समय लगता है। अगर आपने पहले से कोई लोन ले रखा है, तो उसकी मासिक किस्तें समय-समय पर भरते रहें। EMI बाउंस होने या देर से पेमेंट करने पर आपके क्रेडिट स्कोर में कुछ प्वाइंट कम हो जाएंगे। किस्त में चूक या देरी न हो, इसके लिए आप ऑटो पे या रिमाइंडर सेट करके रखें। इससे ड्यू डेट आते ही ऑटोमेटिक पैसा कट जाएगा।

ये भी देखें : 
Lifestyle बदले बिना हर महीने Salary से पैसे कैसे बचाएं? आसान और असरदार टिप्स

क्रेडिट कार्ड का पेमेंट समय पर करना क्यों जरूरी?

अगर आपने अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए क्रेडिट कार्ड ले रखा है, तो समय रहते पेमेंट करें। इससे आपका क्रेडिट स्कोर हमेशा अच्छा रहेगा। साथ ही किसी तरह की पेनल्टी भी नहीं भरनी होगी। अगर आप कई बार क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय रहते नहीं करते हैं, तो आपका सिबिल स्कोर 600 से नीचे जा सकता है, जिससे फ्यूचर में लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में तमाम दिक्कतें आ सकती हैं।

ड्यू डेट पर पेमेंट नहीं कर पाए तो क्या करें?

अगर कोई शख्स ड्यू डेट पर क्रेडिट कार्ड का बिल भुगतान नहीं कर पाता है, तो ये जानकारी उसे क्रेडिट रिपोर्ट में DPD (डेज पास्ट ड्यू) सेक्शन में दिखती है और रिपोर्ट में अगले 3 साल तक दर्ज रहती है। इसलिए अगर आप कार्ड का पूरा बिल चुका पाने में असमर्थ हैं तो कम से कम 'मिनिमम अमाउंट' का पेमेंट जरूर करें। ताकि क्रेडिट ब्यूरो के पास आपके डिफॉल्टर होने की जानकारी न जाए।

कम समय में बार-बार लोन लेने से बचना क्यों जरूरी?

जब आप खुद से अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं तो इसे सॉफ्ट लोन इन्क्वायरी कहते हैं। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। लेकिन जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो संबंधित बैंक या एनबीएफसी आपका क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं, जिसे हार्ड लोन इन्क्वायरी कहते हैं। ऐसे में अगर आप कम समय में बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए एप्लिकेशन लगाते हैं तो इससे आपका सिबिल खराब होता है।

सबसे पुराने क्रेडिट अकाउंट को क्यों बंद न करें?

ऐसे ग्राहक जिनकी क्रेडिट हिस्ट्री लंबी या पुरानी है और उन्होंने समय रहते हर एक बिल का भुगतान किया हो, बैंक उन्हें ज्यादा भरोसेमंद मानते हैं। ऐसे में अगर आपके पास भी कोई पुराना क्रेडिट कार्ड अकाउंट है लेकिन अब आप उसका इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो उसे बंद न करें। इससे भविष्य में लोन देने वाले बैंक या एनबीएफसी को आपके क्रेडिट बिहैवियर और स्टेबिलिटी का सटीक अनुमान लगाने में मदद मिलेगी। साथ ही आपको लोन पाने में भी आसानी होगी।

30 दिनों में क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारें?

अपने स्कोर को अच्छा करने के लिए क्रेडिट उपयोग को 30% से कम रखने का टारगेट सेट करें। अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर ड्यू अमाउंट है, तो उसे चुकाने से आपके CIBIL स्कोर पर पॉजिटिव इम्पैक्ट होगा। अगले एक महीने में अपने क्रेडिट कार्ड की ज्यादा से ज्यादा रकम चुकाने की कोशिश करें।

ये भी देखें : 

कम रिस्क, हाई रिटर्न: 6 इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस, जिनमें आपका पैसा पूरी तरह सेफ है!