पिछले कुछ समय से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल कीमतों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। क्रूड के दाम घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गए हैं। ऐसे में आनेवाले समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी देखी जा सकती है।
Crude Oil Prices : अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल कीमतों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। कच्चे तेल की कीमतें घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गई हैं। ब्रेंट क्रूड ऑइल 1.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.51 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि आनेवाले समय में ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती कर सकती हैं।
2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले सरकार एक बार फिर तेल कंपनियों को पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी करने को कह सकती है। क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के बाद अगर कुछ समय के लिए कीमतें 75 रुपए के आसपास स्थिर रहती हैं तो सरकार चुनाव से पहले आम लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल-डीजल के भाव घटा सकती है।
पिछले 20 महीने से नहीं हुआ कोई बदलाव
बता दें कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMC) ने पिछले 20 महीने से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि, पिछले हफ्ते सरकारी तेल कंपनियों ने इस बात के संकेत दिए थे कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आते हैं तो सरकारी तेल कंपनियों डेली बेसिस पर कीमतों का रिव्यू करेंगी।
UAE और सउदी अरब से बढ़ा भारत का तेल आयात
रिपोर्ट्स के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सऊदी अरब से अक्टूबर, 2023 में भारत का कुल ऑयल इंपोर्ट 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। रूसी तेल के लिए छूट में कमी किए जाने के बाद से ही भारत के रिफाइनर्स अब सऊदी अरब और UAE से ज्यादा कच्चा तेल खरीद रहे हैं। यहां तक कि अक्टूबर के महीने में भारतीय तेल बाजार में रूस की हिस्सेदारी पिछले 9 महीने में सबसे कम रही है। खाड़ी देशों से बड़ी मात्रा में तेल खरीदने के साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की वजह से आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो सकते हैं।
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