फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान पूरे परिवार को एक ही पॉलिसी में मेडिकल सुरक्षा देता है। यह किफायती, टैक्स सेविंग वाला और फ्लोटर बेस्ड कवरेज वाला विकल्प है, जो अस्पताल खर्च, मातृत्व लाभ, आयुष इलाज और प्रिवेंटिव चेकअप तक कवर करता है।
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान आपके पूरे परिवार को एक ही पॉलिसी में मेडिकल सुरक्षा प्रदान करता है। इस प्लान के तहत परिवार के सभी सदस्य जैसे आप, आपका जीवनसाथी, बच्चे, माता-पिता, सास-ससुर और अन्य परिजन शामिल किए जा सकते हैं। यह पॉलिसी फ्लोटर सम-इंश्योर्ड आधार पर काम करती है, यानी एक निश्चित इंश्योरेंस राशि पूरे परिवार के लिए साझा होती है।
पर सवाल आता है यह सामान्य Health Insurance Plans से कैसे अलग है? इसके फायदे क्या हैं, किन चीजों का कवरेज मिलता है और क्या आपको यह लेना चाहिए?
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान क्या है?
Family Health Insurance एक ऐसा मेडिकल इंश्योरेंस प्लान है जिसमें पूरे परिवार को एक ही पॉलिसी के तहत कवर किया जाता है। इस प्लान में तय की गई इंश्योरेंस राशि सभी परिवारजनों के बीच साझा होती है। मान लिया जाता है कि सभी लोग एक साथ बीमार नहीं होंगे, इसलिए एक ही कवर पूरे परिवार के लिए पर्याप्त होता है।
ज्यादातर फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स में आपको कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन, मैटरनिटी बेनिफिट्स, प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप्स, एम्बुलेंस कवर, डे-केयर ट्रीटमेंट्स और प्री एवं पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन खर्चों का कवरेज भी मिलता है। यह पॉलिसी आपके परिवार की मेडिकल जरूरतों के लिए एक सुरक्षित और किफायती विकल्प है, जो अचानक आने वाले इलाज के भारी खर्च से बचाती है।
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के फायदें
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के फायदें कई हैं आइए इन्हें एक-एक करके समझते हैं:
फायदेमंद विकल्प: फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान आपके पूरे परिवार को एक ही पॉलिसी में कवर करता है। इससे हर सदस्य के लिए अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस लेने और अलग-अलग प्रीमियम भरने की जरूरत नहीं पड़ती। इसी वजह से, फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस लेना फायदेमंद विकल्प है, क्योंकि यह सभी परिवारजनों को एक साथ मेडिकल सुरक्षा देता है और खर्च भी कम आता है।
किफायती प्रीमियम: एक फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान का प्रीमियम, हर सदस्य के लिए अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की तुलना में काफी सस्ता होता है। जो लगभग ₹150/माह की कीमत से भी शुरू हो सकता है।
टैक्स में बचत: इस पॉलिसी का प्रीमियम भरने पर आयकर की धारा 80D के तहत टैक्स में ₹75,000 तक की छूट मिल सकती है।
नो क्लेम बोनस: अगर आप फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में साल भर कोई क्लेम नहीं करते, तो इंश्योरेंस कंपनी आपको इनाम देती है। यह इनाम या तो अगले साल की प्रीमियम में छूट के रूप में मिलता है या फिर आपके इंश्योरेंस कवर की राशि बढ़ जाती है।
नए सदस्य जोड़ने का विकल्प: फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान का एक फायदा यह भी है कि इसमें आप अपने परिवार के नए सदस्यों को आसानी से शामिल कर सकते हैं। अलग-अलग पॉलिसी लेने की ज़रूरत नहीं होती।
अगर आप माता-पिता को जोड़ रहे हैं तो यह ध्यान रखें कि इंश्योरेंस राशि पर्याप्त हो ताकि सभी को पूरा कवरेज मिले। यहां तक कि यदि परिवार का सबसे बुजुर्ग सदस्य कवरेज के लिए योग्य न रहे या उनका निधन हो जाए, तब भी बाकी परिवार के सदस्य इस पॉलिसी के तहत हेल्थ इंश्योरेंस बेनिफिट्स का लाभ उठाते रहते हैं।
आज के महंगे इलाज और तेज रफ्तार जिंदगी को देखते हुए, फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस लेना अब एक जरूरत बन चुका है। आइए जानते हैं क्यों आपको फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए:
बढ़ते हेल्थकेयर खर्चों से सुरक्षा: आजकल एक बार हॉस्पिटल में भर्ती होने पर ही लाखों रुपये का खर्च आ सकता है, जो आपकी सालों की बचत पर भारी पड़ सकता है। ऐसे में फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान आपके लिए ढाल का काम करता है।
अचानक आने वाली बीमारियों से सुरक्षा: जीवन में कोई भी अचानक बीमारी या दुर्घटना पूरे परिवार को प्रभावित कर सकती है। फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस ऐसी इमरजेंसी में वित्तीय बोझ कम करता है।
कम कीमत में कवरेज: कुछ मामलों में फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम 18 रुपये प्रतिदिन से भी शुरू हो सकता है जो कि काफी किफायती होने के साथ ही बेहतर कवरेज भी देता है।
फ्लेक्सिबल और लाइफटाइम रिन्यूएबल: फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में आप ज़रूरत पड़ने पर नए सदस्य जोड़ सकते हैं या हटा सकते हैं। साथ ही, साथ ही इस पॉलिसी को जीवन भर रिन्यू कर सकते हैं।
बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा: छोटे बच्चों और बूढ़े माता-पिता को अधिक मेडिकल देखभाल की आवश्यकता होती है, जो इस इंश्योरेंस से आसानी से पूरी होती है।
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में क्या-क्या शामिल होता है?
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आपके परिवार के लिए कई तरह की मेडिकल सुविधाओं का कवरेज देती है। आइए जानते हैं कि इसमें आम तौर पर क्या-क्या कवर किया जाता है:
अस्पताल में भर्ती का खर्च: बीमारी या दुर्घटना के कारण 24 घंटे से ज़्यादा समय अस्पताल में रहने पर आने वाला खर्च कवर होता है।
डे-केयर ट्रीटमेंट: ऐसे छोटे ऑपरेशन या इलाज जिनमें 24 घंटे से कम समय के लिए भर्ती होना पड़े, उनका खर्च भी शामिल है।
एम्बुलेंस सुविधा: इमरजेंसी में अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस का खर्च कवर किया जाता है।
प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन खर्च: भर्ती से पहले टेस्ट/दवाइयों का और डिस्चार्ज के बाद फॉलो-अप इलाज का खर्च सीमित समय तक शामिल होता है।
मातृत्व लाभ (Maternity Cover): गर्भावस्था से जुड़े मेडिकल खर्च और नवजात शिशु का इलाज भी इसमें कवर किया जाता है।
ऑर्गन डोनर खर्च: अंग प्रत्यारोपण के लिए डोनर से अंग निकालने का खर्च भी पॉलिसी में शामिल है।
आयुष ट्रीटमेंट: आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, सिद्धा और यूनानी इलाज का खर्च भी इसमें आता है।
घर पर इलाज: डॉक्टर की सलाह पर घर पर कराया गया इलाज भी कवर होता है।
ओपीडी कवर: डॉक्टर से परामर्श, दवाइयाँ और डायग्नोस्टिक टेस्ट जैसे ओपीडी खर्च भी शामिल होते हैं।
डेली कैश अलाउंस: अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान छोटे-मोटे खर्चों के लिए रोज़ाना कैश अलाउंस मिलता है।
मानसिक रोगों का इलाज: डिप्रेशन, एंग्ज़ायटी और अन्य मानसिक बीमारियों का खर्च भी कई पॉलिसियों में कवर होता है।
कंज़्यूमेबल्स का खर्च: सिरिंज, कॉटन, गाउन, डायपर जैसे नॉन-मेडिकल सामान का खर्च भी कुछ प्लान्स में शामिल होता है।
हेल्थ चेक-अप्स: बीमा कंपनी के नेटवर्क अस्पताल में नियमित स्वास्थ्य जांच का खर्च भी कवर किया जाता है।
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस में क्या-क्या शामिल नहीं होता
जब आप फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेते हैं, तो उसके नियम और शर्तें ध्यान से पढ़ना बहुत जरूरी है। खासतौर पर वेटिंग पीरियड, पुरानी बीमारियों का कवरेज और कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन जैसी बातें पहले से समझ लें। इससे आपको पता रहेगा कि कौन-से खर्च पर क्लेम मिलेगा और कौन-से खर्च इसमें शामिल नहीं हैं।
आमतौर पर भारत में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी इन मेडिकल खर्चों को कवर नहीं करती:
ओपीडी इलाज और रूटीन चेकअप
कॉस्मेटिक या प्लास्टिक सर्जरी
लाइफ सपोर्ट सिस्टम का खर्च
विदेश में कराया गया इलाज (अगर प्लान में शामिल न हो)
युद्ध, दंगे, परमाणु विकिरण या गैरकानूनी गतिविधियों से हुई चोट/बीमारी
प्रेगनेंसी से जुड़े खर्च (अगर पॉलिसी में शामिल न हो), एक्टोपिक प्रेगनेंसी को छोड़कर
वेटिंग पीरियड में आने वाली पुरानी बीमारियां
हर परिवार की खुशहाली सिर्फ हँसी-खुशी और साथ बिताए समय से नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा और चिंता-मुक्त भविष्य से भी जुड़ी होती है। मेडिकल इमरजेंसी कब, किसके साथ घटित हो जाए, यह कोई नहीं जानता लेकिन फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस की मदद से आप ऐसे समय में भी पूरे परिवार को चिंता और आर्थिक संकट से बचा सकते हैं। यह आपको हर मुश्किल वक्त में न केवल आर्थिक सहारा देता है, बल्कि मानसिक शांति भी देता है कि इलाज में कभी समझौता न करना पड़े।