रेलवे (Indian Railways) ने यात्रियों को अच्छी खबर दी है। AC 3 का किराया घटा दिया गया है। इसके साथ ही पहले की तरह चादर और कंबल भी मिलता रहेगा। आदेश 22 मार्च से लागू हो गया है।
नई दिल्ली। रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे (Indian Railways) ने एसी-3 इकोनॉमी क्लास का किराया कम करने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही पहले की तरह चादर और कंबल देने का फैसला भी हुआ है। यह आदेश 22 मार्च से लागू हो गया है। जिन यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट खरीद लिया है या काउंटर से टिकट लिया है, रेलवे उन्हें किराया घटने के बाद बचे पैसे लौटाएगी।
रेलवे ने पहले आदेश जारी कर एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास के टिकट की कीमत को AC 3- टियर की कीमत के बराबर कर दिया था। वर्तमान आदेश से रेलवे ने अपने पुराने आदेश को वापस ले लिया है। एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास और एसी 3- टियर की कीमत एक समान करने का कारण चादर और कंबल देने पर होने वाला खर्च बताया गया था। पहले एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास में चादर और कंबल नहीं दिया जाता था।
सितंबर 2021 में शुरू हुआ था एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास
रेलवे ने सितंबर 2021 में एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास शुरू किया था। उस वक्त घोषणा की गई थी कि नॉर्मल AC 3 कोच के टिकट की तुलना में एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास के टिकट की कीमत 6-8 फीसदी कम होगी। रेलवे ने इसे दुनिया में सबसे सस्ता और अच्छा एसी क्लास सेवा बताया था। नवंबर 2022 के आदेश से पहले यात्री कैटेगरी "3E" चुनकर AC 3 इकोनॉमी क्लास का टिकट खरीद सकते थे।
AC3 कोच और AC3 इकोनॉमी कोच में अंतर
नॉर्मल AC3 कोच में कुल सीटों की संख्या 72 होती हैं। वहीं, AC3 इकोनॉमी में 80 सीट होते हैं। नॉर्मल AC3 कोच के सीट की तुलना में AC3 इकोनॉमी के सीट पतले और कॉम्पैक्ट होते हैं। नॉर्मल AC3 कोच में यात्रियों को AC3 इकोनॉमी की तुलना में अधिक जगह मिलती है। वर्तमान में 11,277 सामान्य एसी 3 कोचों की तुलना में 463 एसी 3 इकोनॉमी कोच हैं। रेलवे ने अपनी शुरुआत के पहले साल एसी 3-टियर इकोनॉमी क्लास से 231 करोड़ रुपए कमाए। अप्रैल-अगस्त 2022 तक इन कोचों में 15 लाख लोगों ने यात्रा की, जिससे 177 करोड़ रुपए की कमाई हुई।
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