इन दिनों आखिर चरण के चुनावों से पहले हर पार्टी के नेता हेलीकॉप्टर से जमकर प्रचार कर रहे है। क्या आपको पता है कि इसका किराया कितना होता है। अगर नहीं, तो हम आपको बताएंगे की कौन सी कंपनियां हेलीकॉप्टर किराए पर देती है।
बिजनेस डेस्क. सत्रहवीं लोकसभा चुनाव के 6 चरण खत्म हो चुके हैं। अब 1 जून को 7वें और आखिरी चरण के चुनाव होंगे। अब चुनाव प्रचार आखिरी पड़ाव में पहुंच चुके है। इस चुनाव में हर पार्टी के नेता हेलीकॉप्टर से घूम-घूम कर चुनावी रैलियां की है। इसमें हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों की जबरदस्त कमाई की हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑपरेटरों ने चुनावी सीजन में लगभग 350-400 करोड़ रुपए की कमाई की हैं। हर चुनावों की तुलना में इस बार मांग और समय भी बढ़ें हैं। ऐसे में इसकी कीमत में लगभग 50% बढ़ गए हैं। ऐसे में हर घंटे के हिसाब से हेलीकॉप्टर किराए से दिए जाते हैं। इसमें कीमत उनके मॉडल और निर्माण के हिसाब से अलग-अलग होती है।
जानें किस हेलीकॉप्टर का कितना किराया
इसमें सिंगल इंजन वाले BIL-407 मॉडल का किराया 1.3 लाख से लेकर 1.5 लाख रुपए प्रति घंटे है। दूसरी तरफ ऑगस्टा AW109 और H145 एयरबस जैसे डबल इंजन वाले हेलीकॉप्टर 2.3 लाख से लेकर 3 लाख रुपए प्रति घंटे के हिसाब से किराया वसूलते हैं। इसमें 7 से 8 लोग बैठ सकते हैं। वहीं, 15 सीटर अगस्ता वेस्टलैंड का हर घंटे का 4 लाख रुपए किराया है। यह नेताओं की पहली पसंद है।
45 से 60 दिन का है कॉन्ट्रैक्ट
चुनावों में हेलीकॉप्टर ऑपरेटर बीजेपी और कांग्रेस सहित दूसरी पार्टियां एक साथ 45 से 60 दिन का कॉन्ट्रैक्ट साइन करते हैं। इस कॉन्ट्रैक्ट में न्यूनतम घंटे सुनिश्चित करते हैं। इसमें फीस का कुछ हिस्सा पहले ही चुकाते है। वहीं, बची हुई रकम बाद में चुकाती है।
ये कंपनियां दे रही है सर्विस
किराए से हेलीकॉप्टर में मुहैया करवाने वाले ऑपरेटरों में पवन हंस, हेलिगो चार्टर्स और ग्लोबल वेक्टरा हेलिकॉर्प लिमिटेड शामिल हैं। इनके पास 13 से 15 हेलीकॉप्टर उपलब्ध हैं। ट्विन इंजन 8 सीटर हेलीकॉप्टर का किराया 3 लाख रुपए प्रति घंटा है। 180 घंटे के लिए हर हेलीकॉप्टर पर 4 से 5 करोड़ रुपए की कमाई होती हैं। हेलीकॉप्टर हर महीने लगभग 40 से 45 घंटे की उड़ान भरता हैं। यह चुनाव के समय ली गई रकम से 40 से 50% कम कीमत पर काम करते हैं।
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