फैमिली के लिए कितनी हेल्थ पॉलिसी जरूरी?

Published : Oct 15, 2025, 06:24 PM IST
Family Health Policy

सार

Family Health Policy: ऑफिस की हेल्थ पॉलिसी हमेशा पर्याप्त नहीं होती है। एक ही हेल्थ इंश्योरेंस से पूरा परिवार सुरक्षित नहीं रह सकता, इसलिए एक्सपर्ट्स अलग पॉलिसी लेने की अक्सर सलाह देते हैं। जानिए फैमिली के लिए कितनी हेल्थ पॉलिसी जरूरी होती है? 

Health Insurance for Family: आजकल हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ फॉर्मलिटी नहीं रह गया, बल्कि यह आपके और आपकी फैमिली की सुरक्षा की जरूरत बन चुका है। कई लोग सोचते हैं कि उनके लिए ऑफिस की पॉलिसी ही काफी है, लेकिन असल में यह हमेशा काम नहीं आती। छोटी-मोटी बीमारियों में तो मदद करती है, लेकिन बड़े मेडिकल खर्च या गंभीर बीमारियों में यह कवर अक्सर कम पड़ जाता है। इसलिए, यह समझना जरूरी है कि फैमिली के लिए कितनी और कौन-कौन सी हेल्थ पॉलिसी रखनी चाहिए, ताकि कोई भी मेडिकल इमरजेंसी आपके लिए और आपके परिवार के लिए बोझ न बने।

ऑफिस की हेल्थ पॉलिसी के ही भरोसे क्यों नहीं रहना चाहिए?

ज्यादातर नौकरी करने वाले लोगों के पास ऑफिस की हेल्थ पॉलिसी होती है। यह कर्मचारियों और उनके परिवार को ₹3 लाख से ₹5 लाख तक का कवर देती है। छोटी बीमारियों या हॉस्पिटलाइजेशन में यह काम आती है, लेकिन गंभीर बीमारियों जैसे कि कैंसर, हार्ट अटैक या लंबी हॉस्पिटलाइजेशन में यह कवर पर्याप्त नहीं होता।

पर्सनल हेल्थ पॉलिसी क्यों जरूरी है?

पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस का मुख्य फायदा यह है कि यह नौकरी बदलने, ब्रेक लेने या रिटायर होने पर भी जारी रहता है। इसके अलावा, इसमें आप अपनी जरूरत के हिसाब से कवर बढ़ा सकते हैं और एड-ऑन ऑप्शन चुन सकते हैं, जैसे कि क्रिटिकल इलनेस कवर या हॉस्पिटल रूम अपग्रेड।

फैमिली के लिए कौन सा हेल्थ-इंश्योरेंस सही है?

परिवार की हेल्थ पॉलिसी लेते समय ध्यान दें कि फ्लोटर पॉलिसी सिर्फ कुल कवर देती है। इसका मतलब है कि एक सदस्य के बड़े हॉस्पिटलाइजेशन से पूरा कवर खत्म हो सकता है। इसलिए, अलग-अलग सदस्य के लिए पर्याप्त कवर रखना फायदेमंद होता है।

फैमिली के लिए कितनी पॉलिसी होनी चाहिए?

ऑफिस पॉलिसी: छोटे क्लेम और रोजमर्रा की मेडिकल जरूरतों के लिए पर्याप्त।

पर्सनल पॉलिसी: गंभीर बीमारियों, लंबी हॉस्पिटलाइजेशन और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए।

बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग कवर: जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पॉलिसी या एड-ऑन लेना।

सही कॉम्बिनेशन: ऑफिस पॉलिसी को बोनस की तरह लें और पर्सनल पॉलिसी को मुख्य सुरक्षा के तौर पर रखें।

हेल्थ पॉलिसी का सही इस्तेमाल कैसे करें?

  • ऑफिस पॉलिसी में क्लेम करें ताकि पर्सनल पॉलिसी का नो-क्लेम बोनस सुरक्षित रहे।
  • बड़ी बीमारियों का इजाज पर्सनल पॉलिसी से करवाएं, जिसमें क्रिटिकल इलनेस और लंबी हॉस्पिटलाइजेशन कवर शामिल हो।
  • पर्सनल पॉलिसी में हॉस्पिटल रूम अपग्रेड और आयलमेंट कवर शामिल करें।

ऑफिस से अलावा अलग से हेल्थ पॉलिसी लेने के फायदे

  • नौकरी बदलने पर भी सुविधा जारी रहे।
  • गंभीर बीमारियों में पर्याप्त कवर मिलता है।
  • परिवार के हर सदस्य के लिए अलग सुरक्षा मिलती है।
  • नो-क्लेम बोनस सुरक्षित रहता है।
  • एड-ऑन सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।

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