ना चार्ज ना सब्सक्रिप्शन फिर भी करोड़ों कमाते Google Pay और PhonePe, जानें कैसे ?

Published : Jul 21, 2025, 04:39 PM IST
How upi apps earn money

सार

UPI ऐप्स पर ट्रांजेक्शन करने का कोई शुल्क नहीं लगता है, ऐसे में कभी सोचा है इनकी कमाई का जरिया क्या है? तो चलिए जानते हैं आखिर ये पैसे कैसे कमाते हैं।

आज के समय में बच्चों से लेकर बड़े तक कैश की जगह UPI का इस्तेमाल करते हैं, ये कंफर्ट के साथ कैश लेकर चलने की झंझट से भी बचाता है। दुकानदारों के पास भी PhonePe, Google Pay के स्कैनर मिल जाएंगे लेकिन क्या कभी सोचा है, थर्ड पार्टी एप आम जनता से ट्रांजेक्शन का कोई भी पैसा नहीं लेते हैं बावजूद इसके रेवन्यू कैसे कमाते हैं? अगर नहीं जानते हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं।

UPI App पैसा कैसे कमाते हैं ?

दरअसल, इस वक्त LinkedIn पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जहां इसीई-वीसी कंपनी के फाउंडर मेंबर ने इस पर अपनी राय रखी और बताया, किस तरह से UPI APPS बड़े प्रोडक्ट को बेचे बिना छोटी-छोटी चीजों से रेवन्यू कमाने का काम करते हैं।

UPI Voice Box का कमाल

बड़ी दुकान से सब्जी के ठेले पर UPI मिल जाएगा, अब हर किसी के पेमेंट को चेक करना थोड़ा चुनौतीभरा काम है, इससे निपटने के लिए अक्सर वेंडर्स वॉइस बॉक्स का यूज करते हैं, जहां पेमेंट होते ही नोटिफिकेशन आ जाता है। आप भी सोचते होंगे, इसका भला और क्या काम? पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो PhonePe ने ऐसे बॉक्स लाखों की संख्या में दुकानदारों को किराए पर दिये हुए हैं, जिसके बदले उन्हें शुल्क देना होता है। लिंकडिन पोस्ट के अनुसार, यदि फोनपे ने 30 लाख दुकानदारों को बॉक्स मुहैया कराया तो 100 रुपए किराये के हिसाब से उसे सलाना 360 करोड़ रुपए मिलेंगे।

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कैशबेक से बंपर कमाई

UPI पेमेंट के बाद कैशबैक मिलने की संभावना भी रहती है, या फिर किसी एक ब्रांड पर ऑफर होता है। उदाहरण के लिए यदि आप अगली पेमेंट करते हैं तो ब्यूटी या फिर फूड डिलिवरी एप पर 10 से 20 रुपए तक कैशबैक, ये सभी स्पॉन्सडर्ड होते हैं, जिसका पैसा एप्स को मिलता है।

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स्क्रैच कार्ड का लाभ

जब भी UPI APP खोलते होंगे, अक्सर वहां पर रिवॉर्ड के तौर पर कई कार्ड मिलते हैं,जिन्हें स्क्रैच करने पर वैलेडिटी और ऑफर की जानकारी सामने आ जाती है। ये एक तरह से मार्केटिंग का तरीका होता है, जो ब्रांड्स ग्राहकों का ध्यान खींचना चाहते हैं वह इस ट्रिक को अपनाते हैं। आज के समय में UPI का इस्तेमाल करोड़ों लोग कर रहे हैं, ऐसे में जो कार्ड जिनती बार स्क्रैच करेगा, उसे ब्रांड उतनी बार दिखेगा हो सकता है, आगे चलकर वह प्रोडक्ट भी खरीद लें। इसके लिए भी पैसा देना होता है।

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