तेजी के रथ पर सवार भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर है। सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2080 तक भारतीय अर्थव्यवस्था अमेरिका-चीन को पछाड़ दुनिया की नंबर वन इकोनॉमी बन जाएगी।
Indian Economic Growth: भारतीय अर्थव्यवस्था जिस तरह से तरक्की के रथ पर सवार है, उसे देखकर लगता है कि इस सदी के अंत यानी 2080 तक भारत दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा। ये दावा सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (Centre for Economics and Business Research) ने अपनी हालिया वर्ल्ड इकोनॉमिक लीग टेबल रिपोर्ट (World Economic League Table Report) में किया है।
जानें अमेरिका-चीन से कितनी ज्यादा होगी भारत की GDP
वर्ल्ड इकोनॉमिक लीग टेबल रिपोर्ट के मुताबिक, 2080 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी सुपरपावर बन जाएगा। उस दौरान भारत की GDP चीन से 90 प्रतिशत ज्यादा और अमेरिका की जीडीपी से 30 प्रतिशत अधिक होगी। सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च की इस स्टडी के मुताबिक, 2024 से लेकर 2028 के बीच भारत की आर्थिक विकास दर औसतन 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।
2032 तक जापान-जर्मनी को पीछे छोड़ देगा भारत
रिपोर्ट के मुताबिक, 2032 तक भारत जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि अपने डेमोग्रॉफिक अनुमान और प्रोजेक्शन के चलते 2080 के बाद भारत अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमिक पावर बन जाएगा।
भारत के लिहाज से ये चीजें पॉजिटिव
CEBR की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के लिए उसकी बड़ी आबादी और खासकर यूथ पॉपुलेशन, तेजी से बढ़ रहा मिडिल क्लास, डायनेमिक एन्टरप्रेन्योरिशत और बढ़ता ग्लोबल इकोनॉमिक इंटीग्रेशन गति देने में काफी मदद करेगा। हालांकि, इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस दौरान भारत को गरीबी, असमानता, ह्यूमन कैपिटल, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों का हल निकालना होगा।
Goldman Sachs भी भारत को लेकर कर चुका दावा
जुलाई, 2023 में ग्लोबल इवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने भी दावा किया था कि 2075 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है। रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत जापान और जर्मनी की इकोनॉमी के बाद अमेरिका की अर्थव्यवस्था को भी पीछे छोड़ देगा। हालांकि, वो दुनिया में चीन के बाद दूसरे नंबर पर होगा। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2075 तक चीन की इकोनॉमी 57 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। वहीं, दूसरे नंबर पर 52.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारत रहेगा। इसके बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था 51.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे नंबर पर होगी।
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