70 साल, 40 देश: अनोखा है पापड़ के कारोबार से शुरू हुआ पीके राजन का शानदार सफर

Published : Nov 01, 2024, 12:19 PM IST
pk rajan papad business to world travel

सार

पापड़ व्यवसायी पीके राजन, 70 साल की उम्र में 40 देशों की यात्रा कर चुके हैं! जानिए कैसे उन्होंने अपने सपनों को पंख दिए और दुनिया घूमने का हौसला जुटाया।

70 वर्षीय पीके राजन की कहानी अनोखी है। कांगजहा, कोट्टायम के एक साधारण पापड़ निर्माता, जिसने अपने सपनों को साकार करने का साहस दिखाया है। अबतक राजन 40 देशों की यात्रा कर चुके हैं और उनका सफर अभी भी खत्म नहीं हुआ है। उनके जीवन की कहानी यह सिखाती है कि अगर दिल में हिम्मत हो, तो हर सपना सच हो सकता है! राजन को बचपन से ही यात्रा का जुनून था। जब वे छोटे थे, तो उन्होंने मुनार, ऊटी और कोडाईकनाल जैसी खूबसूरत जगहों की यात्री की। ये छोटी-छोटी यात्राएं उनकी कल्पना में उड़ान भरने लगीं। लेकिन जैसे-जैसे बड़े होते गए, जिम्मेदारियों का बोझ भी बढ़ता गया। पापड़ बनाने के अपने 55 साल पुराने बिजनेस के चलते उन्हें लगा कि लंबी यात्राएं उनके काम को प्रभावित कर सकती हैं।

50 साल की उम्र से शुरू किया अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाना

लेकिन जब राजन का बड़ा बेटा, राजेश, बिजनेस का मैनेजमेंट संभालने लगा, तब राजन को अपनी यात्रा के सपनों को पूरा करने का एक नया अवसर मिला। 50 साल की उम्र से, उन्होंने अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाना शुरू किया। उनका पहला अंतरराष्ट्रीय सफर चीन के लिए था, जो एक मोड़ साबित हुआ। वहां से उनका उत्साह और भी बढ़ गया। तुर्की, पोलैंड, यूके, जर्मनी, इटली, अमेरिका और हाल ही में रूस की यात्रा ने उन्हें दिखाया कि दुनिया कितनी खूबसूरत और विविधतापूर्ण है।

हर नए देश की यात्रा से पहले वहां के बारे में गहराई से करते हैं अध्ययन

राजन की यात्रा का असली मजा उनकी तैयारी में है। हर नए देश के लिए, वे गहराई से अध्ययन करते हैं, वहां की संस्कृति, भाषा और परंपराओं के बारे में जानते हैं। वे सुनिश्चित करते हैं कि हर यात्रा के बाद उनके पास एक यादगार स्मारिका हो, जो उनकी यात्रा की कहानी सुनाए।

पत्नी और बेटों का मिलता है पूरा सपोर्ट

उनकी पत्नी ओमाना और बेटों राजेश और रथेश का सपोर्ट उनके लिए प्रेरणा का स्रोत है। परिवार के सभी सदस्य उनकी यात्रा के प्रति उनके जुनून को समझते हैं और उसका समर्थन करते हैं। राजन का कहना है, "जीवन का असली अर्थ केवल काम करने में नहीं है, बल्कि उन अनुभवों को जीने में है जो जीवन को संपूर्ण बनाते हैं।"

राजन की कहानी यह सिखाती है कि अगर हम अपने सपनों के प्रति सच्चे हैं और उन पर विश्वास करते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है। वे न केवल एक पापड़ निर्माता हैं, बल्कि एक साहसी यात्री और प्रेरणादायक व्यक्ति भी हैं। उनकी यात्रा केवल उनके लिए नहीं, बल्कि हर किसी के लिए एक प्रेरणा है कि जीवन को पूरी तरह से जीने के लिए नए अनुभवों की खोज में निकलना चाहिए। पीके राजन की कहानी यह साबित करती है कि मेहनत और साहस से कोई भी अपने सपनों को सच कर सकता है, चाहे वह कोई बिजनेस हो या दुनिया की सैर करने का सपना।

ये भी पढ़ें

नीता अंबानी: साधारण लड़की से रिलायंस की फर्स्ट लेडी! कितनी पढ़ी-लिखी?

साधारण ब्लॉग से लिखी सफलता की कहानी! कैसे एक iitian ने बनाया EdTech का साम्राज्य

PREV
AT
About the Author

Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

Recommended Stories

8वां वेतन आयोग कब लागू होगा? जानें सरकार की तरफ से लेटेस्ट अपडेट
तत्काल टिकट कंफर्म नहीं हुआ? घबराएं नहीं, ऐसे करें उसी दिन बुकिंग