
Jane Street Fraud Updates: बाजार नियामक सेबी ने अमेरिका की ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ग्रुप और उससे जुड़ी 3 अन्य कंपनियों JSI2 इनवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेन स्ट्रीट सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड और जेन स्ट्रीट एशिया ट्रेडिंग लिमिटेड को शेयर मार्केट से बैन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये फर्म भारत में अवैध तरीके से कमाई कर रही थी, जिसे SEBI ने पकड़ लिया। सेबी ने भारतीय शेयर बाजार में जेन स्ट्रीट के शेयर खरीदने और बेचने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही फर्म द्वारा गलत तरीके से कमाई गई 4843 करोड़ की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। उसने ये कमाई जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ग्रुप के सबसे ज्यादा निशाने पर Nifty 50 के शेयर थे। इनमें 11 बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, कोटक महिन्द्रा बैंक, फेडरल बैंक, इंडसइंड बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीएफसी बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक शामिल थे।
Jane Street के निशाने पर अडानी ग्रुप की कंपनियों के अलावा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनीलिवर, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी और पावरग्रिड कॉर्पोरेशन समेत कुछ और कंपनियां भी थीं। जेन स्ट्रीट भारतीय बाजारों के खुलने के थोड़ी दर बाद यानी सवा 9 बजे खरीदारी शुरू करती थी और 11 बजकर 20 मिनट तक बाइंग करती थी। साथ ही मार्केट बंद होने से पहले इंट्रा-डे में ही सारे शेयर बेचकर मोटा मुनाफा कमाती थी। यानी जब किसी रिटेल इन्वेस्टर्स को इन शेयरों के फ्यूचर एंड ऑप्शन में लॉस होता होगा, तो ये कंपनी मुनाफा कमाकर बैठी होगी।
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने आरोप लगाया है कि जेन स्ट्रीट फर्म ने निफ्टी और बैंक निफ्टी के इंडेक्स लेवल्स को 21 एक्सपायरी डेट्स में जानबूझकर हेरफेर किया। सुबह जमकर खरीदारी कर कंपनी ने बैंक निफ्टी को बढ़ाया और उसके बाद बढ़े हुए दाम पर शेयर बेचकर मुनाफा कमाया। कंपनी की ज्यादातर कमाई ऑप्शन ट्रेडिंग से हो रही थी। वो सस्ते पुट ऑप्शंस खरीदती और महंगे कॉल ऑप्शंस बेचती थी।
सेबी द्वारा जेन स्ट्रीट जैसी बड़ी ट्रेडिंग फर्म को बैन किए जाने से इसका सीधा असर शेयर बाजार के ट्रेडिंग वॉल्यूम पर पड़ सकता है। सेबी द्वारा लिया गया एक्शन एक तरह से विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए वॉर्निंग है।