
ऑटोमोबाइल डेस्क: LIC में काफी लोग फंड को बड़ा बनाने के लिए निवेश करते हैं। वहीं, भारतीय जीवन बीमा निगम में निवेश करने से लाइफ में कुछ अनहोनी होने पर फैमिली को एकमुश्त राशि मिल जाती है, जिसका इस्तेमाल वे अपनी जीवनयापन में करते हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो एलआईसी में निवेश से दूरी बनाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इसका प्रीमियम काफी अधिक है। ऐसे में LIC की जीवन आनंद पॉलिसी आपको पसंद आ सकती है। इस स्कीम की खास बात यह है कि इसमें आप प्रतिदिन 45 रुपए निवेश करके 25 लाख रुपए तक फंड बना सकते हैं।
जीवन आनंद पॉलिसी (Jeevan Anand Policy) की एक और खास बात यह है, कि इसमें आपको और भी कई सारे लाभ मिलते हैं। दरअसल, यह एक प्रकार की टर्म पॉलिसी है जिसमें 4 तरह के राइडर्स मिलते हैं। इनमें एक्सीडेंटल डेथ एंड डिसेबिलिटी राइडर, एक्सीडेंट बेनिफिट राइडर, न्यू क्रिटिकल बेनिफिट और न्यू टर्म इंश्योरेंस राइडर शामिल हैं। अगर बीमा धारक की किसी कारणवश मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को पॉलिसी का 125% डेथ बेनिफिट मिलता है। यहां ध्यान दें, कि इस स्कीम में निवेश करने पर बीमा धारक को किसी भी प्रकार की टैक्स छूट का लाभ नहीं दिया जाता है।
ये भी पढ़ें- ITR Filing: कम कमाई होने पर भी इनकम टैक्स भरना जरूरी? इन 5 कंडीशन्स को इग्नोर न करें
अगर आप जीवन आनंद पॉलिसी में अकाउंट ओपन कराने जाते हैं और आपकी उम्र 30 साल है। उस स्थिति में 5,00,000 रुपए के सम एश्योर्ड की यह पॉलिसी लेनी होगी। ऐसे में आपको इसमें 1,341 रुपए मंथली प्रीमियम देना पड़ेगा। प्रतिदिन के हिसाब से यह प्रीमियम करीब 45 रुपए होगा। आपको इसमें 35 साल तक लगातार निवेश करना होगा। 35 साल के बाद आपको 25,00,000 रुपए मिल जाएंगे। इन 25 लाख रुपए में 5 लाख रुपए सम एश्योर्ड के, 8.50 लाख रुपए बोनस और करीब 11.50 लाख रुपए फाइनल एडिशनल बोनस के रूप में मिलेंगे। इस प्रकार कुल मिलाकर आपको 25 लाख रुपए इस स्कीम के तहत मिलेंगे।
इस पॉलिसी में आपको एक धारक के तौर पर कम से कम 6.25 लाख रुपए का रिस्क कवर दिया जाएगा। यह अमाउंट बढ़कर 30,00,000 लाख रुपए तक पहुंच सकता है। इसके अलावा मैच्योरिटी पीरियड 15 साल से 35 तक है। आप अपने हिसाब से इसका चयन कर सकते हैं। इस स्कीम में 2 बार बोनस का लाभ मिलता है, लेकिन इसके लिए आपकी पॉलिसी 15 साल की होनी चाहिए। 1,00,000 रुपए तक सम एश्योर्ड होता है। इसमें अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।
ये भी पढ़ें- JLR के बाद Iveco: टाटा की 5 सबसे बड़ी डील, जानें किन ब्रांड्स को कितने में खरीदा?