आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। इसी बीच एक डराने वाली खबर है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स (Moody's Investors) का कहना है कि पाकिस्तान में अभी सबसे बुरा दौर आना बाकी है।
Pakistan Worst Economic Situation: आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan Economic Crisis) के हाल बद से बदतर होते जा रहे हैं। महंगाई की मार से जूझ रही जनता पर सरकार ने हाल ही में टैक्स का बोझ और बढ़ा दिया है। साथ ही कई चीजों पर चल रही सबसिडी भी खत्म कर दी है। पाकिस्तान अब बेलआउट पैकेज चाहता है और इसी वजह से उसने IMF की शर्तें माननी शुरू कर दी हैं। इसी बीच, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स (Moody's Investors) ने पाकिस्तान में हालात और बिगड़ने की आशंका जताई है।
मूडीज इनवेस्टर्स की ताजा रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान में अभी हालत और बिगड़ने वाले हैं। एजेंसी के अर्थशास्त्रियों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि 2023 की पहली छमाही यानी जून, 2023 तक पाकिस्तान में महंगाई दर 33% तक पहुंच जाएगी। फिलहाल यह 25% पर है।
पाकिस्तान के ताजा हालातों पर मूडीज इन्वेस्टर्स की इस रिपोर्ट में एजेंसी की सीनियर इकोनोमिस्ट कैटरीना एल ने चिंता जताते हुए कहा है कि महंगाई और आर्थिक सुस्ती से पाकिस्तान में जो हालात बने हैं, उसे देखते हुए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की मदद या बेलआउट पैकेज भी इसे पटरी पर लाने के लिए नाकाफी है।
पाकिस्तान के पास 60 ट्रिलियन से ज्यादा का कर्ज :
मूडीज ने कहा है कि अगले कुछ सालों के लिए देश की अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए पाकिस्तान के फंड इकट्ठा करने की क्षमता पर भी रिस्क बना हुआ है। पाकिस्तान के पास पैसा नहीं है और कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान के पास फिलहाल 60 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए से ज्यादा का कर्ज है।
खाली हो चुका है सरकार का खजाना :
पाकिस्तान की सरकार का खजाना पूरी तरह खाली हो चुका है। उसके पास अब महज 3 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। विदेशी मुद्रा भंडार घटने के साथ ही आर्थिक घाटा बढ़ने की वजह से पाकिस्तानी रुपया लगातार टूटता जा रहा है। दिसंबर, 2020 में पाकिस्तानी रुपया एक डॉलर के मुकाबले 160 रुपए के आसपास था। वहीं, अब ये कमजोर होकर 275 रुपए तक पहुंच गया है।
दूसरी एजेंसियों ने भी जताई चिंता :
मूडीज के अलावा दूसरी ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों ने भी पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch) ने भी पाकिस्तान के दिवालिया होने की बात कही है। एजेंसियो ने पाकिस्तान की रेटिंग में निगेटिव प्वाइंट्स बढ़ा दिए हैं। पाकिस्तान को अब CCC+ से CCC- कैटेगरी में डाल दिया गया है।
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