सार

पाकिस्तान में 16 फरवरी से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही गुरुवार से वहां पेट्रोल 22 रुपए महंगा हो गया है। पेट्रोल की नई कीमत अब 272 रुपए प्रति लीटर हो गई है। इसके साथ ही डीजल के दाम भी 17 रुपए बढ़ाए गए हैं।

Pakistan Inflation: पाकिस्तान में 16 फरवरी से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही गुरुवार से वहां पेट्रोल 22 रुपए महंगा हो गया है। पेट्रोल की नई कीमत अब 272 रुपए प्रति लीटर हो गई है। इसके साथ ही डीजल के दाम भी 17 रुपए बढ़ाए गए हैं। डीजल की नई कीमत अब 280 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है। बता दें कि पिछले एक महीने में पेट्रोल जहां 57 रुपए बढ़ चुका है, तो वहीं डीजल के दाम 52 रुपए बढ़े हैं। एक महीने पहले यानी 16 जनवरी को पेट्रोल 215 रुपए तो डीजल 228 रुपए था।

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार न्यूनतम स्तर पर :

पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार इस वक्त 9 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। वर्तमान में पाकिस्तानक के पास सिर्फ 3 बिलियन डॉलर का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व बचा है। इसके चलते पाकिस्तान के पास बाहर से आयात की जाने वाली चीजों के लिए पैसे की भारी किल्लत हो गई है।

IMF ने कर्ज के लिए रखी शर्त :

आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को आईएमएफ (IMF) से कर्ज की जरूरत है, लेकिन इसके लिए उसने शर्त रखी है। इन शर्तों में पाकिस्तान की जनता को दी जा रही सबसिडी खत्म करने के साथ ही टैक्स का बोझ बढ़ाने के लिए कहा गया था। इसके चलते पाकिस्तान की सरकार 170 अरब रुपए का मिनी बजट लाई है, जिसमें उसने पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ लाद दिया है।

क्या हैं IMF की शर्तें :

- पहले से ही 900 अरब डॉलर के कर्ज में डूबे पाकिस्तान को लेकर IMF ने कहा कि वो अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए फौरन जनता को मुफ्त में दी जा रही सबसिडी खत्म करे। साथ ही अतिरिक्त टैक्स वसूल करे।

- पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सामानों के निर्यात पर टैक्स में छूट दे। इससे देश में तैयार माल दूसरे देशों में जाएगा, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

- तीसरी शर्त में IMF ने कहा है कि पाकिस्तान के पास किसी भी हाल में विदेशी मुद्रा भंडार में अमेरिकी डॉलर की कमी नहीं होनी चाहिए।

IMF को रिझाने के लिए जनता पर लादा बोझ :

आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को IMF से बेलआउट पैकेज की उम्मीद थी, लेकिन अब तक डील फाइनल नहीं हुई है। आईएमएफ ने साफ कह दिया है कि शर्तों को माने बिना वो किसी भी तरह का पैकेज रिलीज नहीं करेगा। ऐसे में अब IMF को मनाने के लिए पाकिस्तान ने उसकी शर्तों को मानते हुए जनता पर 170 अरब रुपए का टैक्स बोझ लाद दिया है।

पाकिस्तान में आई महंगाई की सुनामी :

पाकिस्तान में इस समय खुदरा सामानों की महंगाई दर सबसे ज्यादा है। वहां 1 किलो आटे की कीमत 150 रुपए है। यहां 10 किलो आटे का बैग 1400 रुपए में मिल रहा है। वहीं, एक किलो प्याज की कीमत 230 रुपए है। एक लीटर दूध 150 रुपए में मिल रहा है। वहीं, 1 दर्जन अंडे के दाम 285 रुपए तक पहुंच गए हैं।

रोटी के साथ बोटी भी महंगी :

चक्की मालिकों का कहना है कि पाकिस्तान में आटे कीमतों में बढ़ोतरी की वजह अनाज की कमी है। इतना ही नहीं, मीट यानी मांस की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। चिकन जहां 700-800 रुपए किलो बिक रहा है, वहीं बोनलेस मीट 1000-1100 रुपए प्रति किलो हो गया है।

पाकिस्तानी रुपए में भारी गिरावट :

विदेशी मुद्रा भंडार घटने के साथ ही आर्थिक घाटा बढ़ने की वजह से पाकिस्तानी रुपया लगातार टूटता जा रहा है। दिसंबर 2020 में पाकिस्तानी रुपया एक डॉलर के मुकाबले 160 रुपए के आसपास था। वहीं, 11 फरवरी 2023 तक यह कमजोर होकर 270 रुपए तक पहुंच गया है।

ये भी देखें : 

महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान को अब उसी के दोस्त चीन ने दिया झटका, उठाया इतना बड़ा कदम