रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि जमाकर्ताओं की गाढ़ी कमाई की सुरक्षा करना एक बैंकर के लिए सबसे ज्यादा पवित्र काम है। ये किसी मंदिर, मस्जिद या गुरुद्वारा जाने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है।
RBI Governor Shaktikanta Das: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि जमाकर्ताओं की गाढ़ी कमाई की सुरक्षा करना एक बैंकर के लिए सबसे ज्यादा पवित्र काम है। ये किसी धार्मिक स्थल पर जाने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। RBI गवर्नर ने कहा कि ये काम इसलिए भी ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि पूरी बैंकिंग प्रणाली जमा राशि पर ही चलती है जिसे छोटे बचतकर्ता, मिडिल क्लास और सेवानिवृत्त लोग जमा करते हैं।
जमाकर्तओं की गाढ़ी कमाई की सुरक्षा सबसे बड़ा पुण्य का काम
मुंबई में अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स (UCB) के डायरेक्टर्स को संबोधित करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा- बैंक डिपॉजिटर्स की वजह से ही चलते हैं। एक बैंकर के लिए मिडिल क्लास, गरीबों और रिटायर्ड लोगों की मेहनत की कमाई की सुरक्षा करना किसी धर्मस्थल पर जाने से कहीं ज्यादा पुण्य का काम है। शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि बैंकों के साथ ही RBI की भी ये जिम्मेदारी है कि वो सभी खाताधारकों और डिपॉजिटर्स के पैसे की सुरक्षा के लिए काम करे। इसके लिए रिजर्व बैंक लगातार रेगुलेटरी और मॉनिटरिंग से जुड़े उपाय करता है।
बढ़ते NPA को लेकर जताई नाराजगी
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों (UCB) मेंबढ़ते नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा- कुल NPA बढ़कर 8.7 प्रतिशत हो गया है, जिसे अच्छा नहीं कहा जा सकता। उन्होंने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों से इस अनुपात को कम करने के लिए काम करने को कहा। साथ ही एनपीए से निपटने के लिए सुझाव देते हुए कहा कि इसके लिए बेहतर आकलन के साथ ही क्रेडिट रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस करना जरूरी है। बता दें कि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का ग्रॉस एनपीए मार्च, 2023 में 3.9 प्रतिशत के स्तर पर रहा और इसमें व्यापक रूप से और सुधार होने का अनुमान है।
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