
RBI Interest Rate Cut News: जीएसटी 2.0 के बाद अब आम आदमी के लिए RBI से बड़ी खुशखबरी आ सकती है। SBI की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) अपनी सितंबर की बैठक में ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकती है। अगर ऐसा होता है, तो दशहरा-दिवाली से पहले लोन की EMI में बड़ी राहत मिल सकती है। इसका असर लोगों की बचत पर देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं इससे आपको कितना फायदा होगा?
SBI की रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर और अक्टूबर में महंगाई दर 2% से भी नीचे जा सकती है। इसका मतलब है कि लोन लेना और भी आसान होगा और फेस्टिव सीजन में आपकी जेब पर बोझ कम होगा। ऐसे में होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन सस्ते हो सकते हैं।
इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अगर अक्टूबर में GST दरों में बदलाव होता है, तो महंगाई 1.1% तक गिर सकती है। यह 2004 के बाद सबसे कम महंगाई दर होगी। पिछली बार 2019 में GST दरों में कटौती से महंगाई करीब 35 बेसिस पॉइंट कम हुई थी। यानी, RBI के फैसले से आपकी खरीदारी और त्योहारों का बजट सीधे प्रभावित हो सकता है।
इस साल फरवरी में आरबीआई MPC ने रेपो रेट को 6.5% से घटाकर 6.25% किया। इसके बाद अप्रैल में 0.25% और जून में 0.50% की कटौती हुई। यानी कुल मिलाकर इस साल तीन बार ब्याज दरों में कटौती के बाद 1% की कमी हुई। जून से ब्याज दरों में कटौती का पैमाना ऊंचा रहा। इसके बाद MPC की पिछली बैठक 4 से 6 अगस्त को हुई थी, जिसमें रेपो रेट को 5.5% पर जस का तस रखा गया।
जब रेपो रेट बढ़ता है, बैंक के लिए सेंट्रल बैंक से कर्ज महंगा हो जाता है, जिसका असर सीधे ग्राहकों पर पड़ता है यानी लोन महंगा और EMI ज्यादा हो जाती है। जब रेपो रेट घटता है, बैंक का कर्ज सस्ता हो जाता है और ग्राहकों के लिए लोन सस्ता और EMI कम हो जाती है। मतलब अगर RBI ब्याज दरें घटाता है, तो त्योहारों के सीजन में लोन लेने वालों की जेब पर बोझ कम होगा और शॉपिंग आसान हो जाएगी।
RBI की अगली MPC मीटिंग 29 से 30 सितंबर 2025 को होगी। इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा 1 अक्टूबर 2025 को देंगे। ऐसे में अगर आप होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन लेने का सोच रहे हैं, तो अभी से रेट्स पर नजर रखें।
RBI की सितंबर MPC मीटिंग में EMI में कटौती क्यों हो सकती है?
RBI अपनी मॉनेटरी पॉलिसी के तहत ब्याज दरों को कंट्रोल करता है। सितंबर में MPC की बैठक में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती से लोन सस्ता होगा और EMI में राहत मिल सकती है, जिससे आम आदमी और व्यवसायियों को फायदा होगा।
EMI कटौती का त्योहारों पर क्या असर होगा?
अगर EMI घटती है, तो दिवाली-दशहरा के दौरान खरीदारी और निवेश आसान हो जाएगा। इससे आपके फेस्टिवल बजट में राहत और पैसे की बचत होगी।
क्या सभी लोन पर EMI कटौती लागू होगी?
रेपो रेट कटौती का असर आमतौर पर होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन जैसी क्रेडिट सुविधाओं पर पड़ता है। बैंक की अपनी पॉलिसी के अनुसार ब्याज दर में बदलाव लागू किया जाएगा।
महंगाई दर और EMI में कटौती का क्या कनेक्शन है?
महंगाई कम होने से RBI को ब्याज दर घटाने का मौका मिलता है। इसका सीधा असर लोन की EMI पर पड़ता है और आम आदमी को फायदा होता है।
अगली MPC मीटिंग कब होगी और फैसला कब आएगा?
RBI की अगली MPC मीटिंग 29-30 सितंबर 2025 को होगी और इसका फैसला 1 अक्टूबर 2025 को सामने आएगा।
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