
Reliance Group Reaction on Cobrapost: रिलायंस ग्रुप ने कोबरापोस्ट द्वारा उसके चेयरमैन अनिल अंबानी और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर व रिलायंस पावर के 55 लाख से ज्यादा शेयरधारकों को बदनाम करने के लिए चलाए जा रहे दुर्भावनापूर्ण और सुनियोजित कैम्पेन की कड़ी निंदा की है। कोबरापोस्ट को एक निष्क्रिय और बदनाम ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म बताते हुए, रिलायंस ग्रुप ने एक बयान में कहा कि रिलायंस कंपनियों के शेयर मूल्यों को कम करने और औने-पौने दामों पर संपत्तियां हासिल करने के मकसद से ऐसा किया जा रहा है।
बता दें कि रिलायंस ग्रुप का यह रिएक्शन ऑनलाइन पोर्टल कोबरापोस्ट के उस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आया है, जिसमें एक कॉर्पोरेट ग्रुप के खिलाफ कथित तौर पर वित्तीय अनियमितताओं को लेकर बड़ा खुलासा करने की बात कही गई है। रिलायंस पावर और इन्फ्रा ने स्टॉक एक्सचेंजेस को भेजे एक बयान में कहा है कि कोबरा पोस्ट का कथित खुलासा सिर्फ पहले से मौजूद जानकारियों को तोड़-मरोड़कर पेश करने से ज्यादा कुछ नहीं है। ये सभी चीजें पब्लिक डोमेन में मौजूद हैं और सेबी, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां इसकी जांच कर चुकी हैं। कंपनी ने आगे कहा कि ऐसे मामलों पर किसी भी तरह की नई टिप्पणी अदालत की अवमानना कहलाएगी, क्योंकि कई मामले कोर्ट में पहले से ही विचाराधीन हैं।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप ने कोबरापोस्ट के फाउंडर अनिरुद्ध बहल पर अनुचित और दबावपूर्ण हथकंडे अपनाने और पत्रकारिता की आड़ में तमाम तरह की रियायतें हासिल करने का भी आरोप लगाया है। ग्रुप ने कहा कि कोबरापोस्ट से जुड़े होने का दावा करने वाले कुछ लोगों ने उसके सहयोगियों को समझौते का प्रस्ताव देते हुए इस एक्शन को जबरन वसूली और रिश्वतखोरी बताया। कंपनी ने कहा कि इस अभियान का मकसद शेयर कीमतों को गिराना और बाजार में दहशत फैलाकर संपत्ति हड़पना है। कोबरा पोस्ट के निशाने पर रिलायंस ग्रुप की बीएसईएस लिमिटेड, मुंबई मेट्रो और 1,200 मेगावाट की रोजा पावर प्रोजेक्ट जैसी प्रमुख संपत्तियां हैं।
रिलायंस ग्रुप ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में, गलत सूचनाओं के कारण रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर का ज्वॉइंट मार्केट कैप 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा गिर गया है। शेयरधारकों की सुरक्षा के लिए, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर ने बाजार नियामक सेबी में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें संभावित हेरफेर की जांच की मांग की गई है। इसके अलावा ग्रुप ने तमाम निवेशकों और मीडिया से अपील की है कि वे बिना वेरिफाइड और एजेंडा वाले कंटेंट के बजाय ऑडिट किए गए वित्तीय खुलासों और रेगुलेटरी फाइलिंग पर भरोसा करें।
कोबरा पोस्ट पोर्टल ने गुरुवार 30 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी है, जिसके लिए उसने तमाम जर्नलिस्ट को एक इन्विटेशन भेजा है। इसमें आरोप लगाया गया है कि एक बड़े कॉर्पोरेट ग्रुप ने 28,874 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप ने इस पर कहा कि कुछ कॉर्पोरेट कॉम्पिटीटर उसकी इमेज खराब करने के मकसद से ग्रुप के खिलाफ झूठ और दुष्प्रचार फैला रहे हैं। हालांकि, रिलायंस ने इस अभियान में शामिल प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के नाम नहीं लिए हैं।