महंगाई पर लगी ब्रेक : 5 महीने के निचले स्तर पर पहुंची रिटेल इनफ्लेशन, देखें रिपोर्ट

फरवरी 2024 में खुदरा महंगाई दर 5.09 फीसदी थी। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) बेस्ड महंगाई फरवरी में 5.09% थी, जो मार्च, 2023 में 5.66 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। इसके पहले अक्टूबर, 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.87 फीसदी थी।

 

Satyam Bhardwaj | Published : Apr 12, 2024 2:26 PM IST / Updated: Apr 12 2024, 08:16 PM IST

बिजनेस डेस्क : लोकसभा चुनाव से पहले महंगाई पर ब्रेक लग गया है। आम लोगों को महंगाई (Inflation) से बड़ी राहत मिली है। मार्च महीने में देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) घटकर 5 महीने के निचले स्तर 4.85% पर आ गई है। फरवरी 2024 में खुदरा महंगाई दर 5.09 फीसदी थी। 12 मार्च, मंगलवार को नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) की तरफ से जारी आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गई है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) बेस्ड महंगाई फरवरी में 5.09% थी, जो मार्च, 2023 में 5.66 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। इसके पहले अक्टूबर, 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.87 फीसदी थी।

खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 8.52 फीसदी

एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2024 में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 8.52 फीसदी रही, जबकि एक महीने पहले फरवरी 2024 में यह 8.66% पहुंची। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) बेस्ड महंगाई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के टारगेट के दायरे में है। आरबीआई को रिटेल इनफ्लेशन महंगाई 2% घट-बढ़ के साथ 4 फीसदी पर बनाए रखने की जिम्मेदारी मिली है। बता दें कि केंद्रीय बैंक की एमपीसी नीतिगत दरों पर फैसला करते हुए खुदरा महंगाई के आंकड़ों को ही ध्यान में रखा करती है।

किस खाद्य पदार्थ पर कितनी महंगाई दर

FY25 के लिए खुदरा महंगाई दर का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (FY25) के लिए खुदरा महंगाई दर 4.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई का अनुमान है कि अप्रैल-जून तिमाही में खुदरा महंगाई दर 4.9% और सितंबर तिमाही में 3.8% रह सकती है।

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