SEBI Chairperson skipped Parliament PAC panel: सेबी चीफ माधबी पुरी बुच ने संसद के पब्लिक अकाउंट्स कमेटी के सामने पेश होने से गुरुवार को इनकार कर दिया। पॉर्लियामेंट्री कमेटी ने उनको समन भेजा था। सेबी चीफ के इनकार के बाद पैनल चीफ केसी वेणुगोपाल ने मीटिंग को पोस्टपोन कर दिया। उधर, पैनल में शामिल बीजेपी सांसदों ने पीएसी चीफ केसी वेणुगोपाल पर एकरतफा फैसला लेने का आरोप लगाते हुए लोकसभा अध्यक्ष को अपना विरोध दर्ज कराया है।
पीएसी अध्यक्ष व कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कमेटी को गुरुवार सुबह 9.30 बजे सेबी चीफ माधबी बुच से एक संदेश भेजा कि वह और उनकी टीम किन्हीं कारण से पैनल के सामने उपस्थित नहीं हो पाएंगी। जबकि उन्होंने पहले मौजूद रहने की सहमति दी थी। वेणुगोपाल ने कहा: एक महिला के अनुरोध पर विचार करते हुए हमने आज की बैठक को एक और दिन के लिए स्थगित करना बेहतर समझा।
मीटिंग शुरू होने के दो घंटे पहले सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने अपने न आने की सूचना देने पर पैनल में शामिल विपक्षी सांसदों ने इसे अवमानना करार दिया। सांसदों ने कहा कि बुच द्वारा समिति को अपने निर्णय के बारे में सूचित करना वस्तुतः संसदीय समिति की अवमानना है।
उधर, मीटिंग होने पर पैनल में शामिल बीजेपी और विपक्षी सांसद आपस में नोकझोंक भी किए। कुछ देर बाद बीजेपी सांसद मीटिंग छोड़ दिए। बीजेपी सांसदों ने पैनल के अध्यक्ष केसी वेणुगोपाल पर आरोप लगाया कि उन लोगों को अपना विचार रखने नहीं दिया गया। बीजेपी सांसदों ने कहा कि पैनल के सामने वेणुगोपाल ने मनमानी करते हुए बुच को बुलाने का निर्णय लिया था। वह पक्षपातपूर्ण राजनीति के तहत सेबी चेयरपर्सन माधबी बुच को बुलाना चाहते हैं। पीएसी सदस्य और भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कई स्थायी समितियां विभिन्न निकायों के प्रदर्शन की समीक्षा करती हैं जैसे कि वित्त पर पैनल भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) और भारतीय रिजर्व बैंक के काम की जांच करता है। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी पैनल भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण की जांच करता है।
रविशंकर प्रसाद ने केसी वेणुगोपाल पर आरोप लगाते हुए कहा: आपने कैसे निर्णय लिया? पीएसी का काम सीएजी रिपोर्ट पर विचार करना है। हमें विश्वसनीय स्रोतों से यह जानकारी मिली है कि सीएजी ने सेबी का कोई उल्लेख नहीं किया है। यह पूरा आचरण असंसदीय है। अध्यक्ष ने जिस तरह से बैठक स्थगित की, उससे हमें बोलने का मौका नहीं मिला। वे बाहर चले गए। यह दर्शाता है कि उनके पास बाहरी राजनीतिक विचार हैं।
बीजेपी व सहयोगी दलों के अन्य सदस्यों ने वेणुगोपाल के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। दरअसल, अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद पॉर्लियामेंट्री कमेटी पीएसी द्वारा सेबी चीफ माधबी बुच की संलिप्तता की जांच व अन्य मुद्दों की जांच के लिए समन जारी करने पर बीजेपी ने कमेटी के अध्यक्ष केसी वेणुगोपाल पर आरोप लगाया है। बीजेपी, माधबी बुच को कमेटी के सामने पेश होने का विरोध कर रही। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लेटर लिखकर पुराने मुद्दे उभार मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया है।
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