
बिजनेस डेस्क : बुधवार, 13 नवंबर को शेयर बाजार पूरी तरह लाल हो गया। लगातार बिकवाली की वजह से बाजार में 5वें दिन निफ्टी साढ़े चार महीने के निचले स्तर पर लुढ़क गई। 324 अंक गिरकर निफ्टी की क्लोजिंग 23,559 पर हुई। वहीं, सेंसेक्स में 984 अंकों की गिरावट आई। यह 77,690 पर बंद हुआ। इस दौरान निफ्टी बैंक 1069 अंक टूटकर 50,088 पर बंद हुआ। आज बाजार में निवेशकों को 8,28,393 करोड़ का बड़ा नुकसान हुआ है। निफ्टी 50 शेयरों में 44 में गिरावट रही। NSE के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में डाउनफाल देखने को मिला।
शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट की सबसे बड़ी वजहों में से एक हाई वैल्यूएशन के बीच नतीजे रहें। यही कारण है कि ब्रोकरेज फर्म जैफरीज ने अपनी कवरेज में आने वाली दो तिहाई कंपनियों के फाइनेंशियल ईयर 2025 के लिए आय के अनुमान को घटा दिया है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली की वजह से भी शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। इस महीने में अब तक FIIs की नेट बिकवाली 25,000 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गई है। अक्टूबर में ये आंकड़ा 90,000 करोड़ रुपए के पार निकल गया था। एफआईआई की बिकवाली से न सिर्फ सेकेंडरी मार्केट बल्कि प्राइमरी मार्केट में गिरावट है।
बाजार में गिरावट की एक वजह देश-दुनिया में चल रही घटनाएं हैं। चीन मे सुस्ती और राहत पैकेज के पर्याप्त न होने की वजह से मेटल सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों को लेकर भी अभी तक अनिश्चतता नजर आ रही है। उन्होंने पहले ही टैरिफ लगाने की बात कहकर सख्ती के संकेत दे दिए हैं। हालांकि, अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है।
इसे भी पढ़ें
8 महीने में डबल किया पैसा, इस छुटकू शेयर ने लगाई निवेशकों की लॉटरी
चंद साल में 300 गुना कर दी रकम, क्या आपके पास है 1 LAKH के 3 Cr बनाने वाला शेयर