नए साल पर कई बैंकों ने फिक्सड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में इजाफा किया है। इनमें SBI, PNB के अलावा कोटक महिन्द्रा बैंक भी शामिल है।
Fixed Deposit Rates: 1 जनवरी, 2024 से पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) स्कीम पर मिलने वाले ब्याज में बढ़ोतरी की है। इससे पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी FD की ब्याज दरों में इजाफा किया था। SBI की एफडी में 1 साल के लिए 6.80% की दर से ब्याज मिल रहा है। वहीं, पीएनबी में इसी अवधिक के लिए ब्याज दर 6.75% है। कोटक महिन्द्रा बैंक 1 साल की अवधि वाली एफडी पर 7.10% तक ब्याज ऑफर कर रहा है।
2 से 5 साल तक की अवधि में कहां कितना ब्याज?
इसी तरह, दो साल की अवधि वाली एफडी के लिए एसबीआई 7 प्रतिशत, पीएनबी 6.80 प्रतिशत और कोटक महिंद्रा बैंक 7.10 प्रतिशत ब्याज ऑफर कर रहा है। तीन साल की अवधि वाली एफडी के लिए एसबीआई 6.75 प्रतिशत, पीएनबी 7 प्रतिशत और कोटक महिन्द्रा बैंक 7 प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं। इसके अलावा 5 साल की अवधि वाली एफडी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 6.50 प्रतिशत, पीएनबी 6.50 प्रतिशत और कोटक महिन्द्रा बैंक 6.20 प्रतिशत ब्याज ऑफर कर रहे हैं।
कभी भी एक ही FD में न करें मोटा निवेश
FD करने का सबसे अच्छा नियम ये है कि किसी भी एक बैंक की FD में पूरा पैसा न लगाएं। मसलन अगर आपको 10 लाख रुपए का निवेश करना है, तो किसी एक बैंक में एकमुश्त एफडी न करके 1-1 लाख रुपए की FD कराएं। इसका फायदा ये होगा कि अगर आपको कभी इमरजेंसी में पैसों की जरूरत पड़ी तो आप एक या दो एफडी तोड़कर अपना काम कर सकते हैं और इससे ज्यादा नुकसान भी नहीं होगा।
5 साल की FD पर मिलती है टैक्स छूट
5 साल की FD को टैक्स सेविंग्स FD कहा जाता है। इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत आप अपनी कुल आय से 1.5 लाख रुपए की कटौती का दावा कर सकते हैं। आसान भाषा में इसे ऐसे समझें, आप सेक्शन 80C के माध्यम से अपनी कुल कर योग्य आय से 1.5 लाख तक कम कर सकते हैं।
सीनियर सिटीजन के नाम कराएं FD
एफडी पर लगभग सभी बैंक रेगुलर ग्राहकों की तुलना में सीनियर सिटीजंस को ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं। ये ब्याज दर नॉर्मल से 0.5% से 1% तक होती है। ऐसे में अगर आपको फिक्स्ड डिपॉजिट करना है तो किसी सीनियर सिटीजन के नाम पर करके ज्यादा फायदा उठा सकते हैं।
FD से मिलने वाले ब्याज पर लगता है Tax
बता दें कि एफडी से मिलन वाले ब्याज पर टैक्स लगता है। अगर एक फाइनेंशियल ईयर में फिक्स्ड डिपॉजिट पर 40 हजार रुपए से ज्यादा ब्याज मिलता है, तो बैंक TDS काट लेता है। हालांकि, सीनियर सिटिजन्स के लिए ये लिमिट 50 हजार रुपए तक है। फिक्स्ड डिपॉजिट पर TDS की कटौती से बचने के लिए बैंक में फॉर्म 15G और फॉर्म 15H जमा करना चाहिए।
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