Friday Fall: सेंसेक्स-निफ्टी क्यों टूटे? जानें वो 8 कारण जिन्होंने बाजार हिला दिया

Published : Jul 25, 2025, 03:35 PM ISTUpdated : Jul 25, 2025, 03:42 PM IST

Stock Market Crash Big Reasons : शेयर मार्केट में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 721 अंक और निफ्टी 225 अंक टूटकर बंद हुआ इस गिरावट के पीछे कई घरेलू और ग्लोबल फैक्टर्स रहे। जानिए 8 सबसे बड़े कारण...  

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बजाज फाइनेंस के नतीजों से निवेशकों को झटका

बजाज फाइनेंस ने Q1 में 22% सालाना ग्रोथ के साथ 4,765 करोड़ रुपए का मुनाफा दिखाया, लेकिन टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और MSME लोन पोर्टफोलियो में बढ़ते क्रेडिट कॉस्ट ने चिंता बढ़ा दी। फरवरी से MSME सेगमेंट में स्ट्रेस दिख रहा है और Q2 में ग्रोथ स्लो रहने की चेतावनी कंपनी ने दी है। नतीजा बजाज फाइनेंस के शेयर 6% गिरे और इसका असर पूरे फाइनेंशियल सेक्टर पर पड़ा। बजाज फिनसर्व, HDFC बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक जैसे शेयरों में भी गिरावट देखी गई।

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वोलैटिलिटी इंडेक्स यानी India VIX में 7% उछाल

India VIX 7% चढ़कर 11.43 पर पहुंच गया। जब VIX बढ़ता है, तो यह बाजार में डर और घबराहट को दिखाता है। इससे ट्रेडर्स में पैनिक फैलता है और बिकवाली का दबाव बढ़ता है।

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रुपए में कमजोरी से भी बाजार पर असर

डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे गिरकर ₹86.59 पर बंद हुआ। FII की बिकवाली और गिरते बाजार ने रुपये को दबाव में डाला है। कमजोर रुपया आमतौर पर विदेशी निवेशकों के लिए भारत को कम आकर्षक बनाता है।

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FII की जबरदस्त बिकवाली

गुरुवार, 24 जुलाई को ही विदेशी निवेशकों ने 2,134 करोड़ के शेयर्स बेचे। पिछले चार दिनों में FII की कुल बिकवाली 11,572 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। वहीं, घरेलू निवेशकों (DII) ने इसी समय 2,617 करोड़ रुपए की खरीदारी की, जिससे गिरावट पर थोड़ा ब्रेक लग सका। जुलाई 2025 में अब तक FIIs की बिकवाली 28,528 करोड़ रुपए और DIIs की खरीदारी 37,687 करोड़ रुपए की रही है।

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ग्लोबल बाजारों से मिले कमजोर संकेत

जापान का Nikkei: -0.61%

चीन का Shanghai Composite: -0.34%

हांगकांग का Hang Seng:-1.10%

अमेरिका का Nasdaq, S&P 500 और Dow Jones: मिक्स्ड ट्रेडिंग

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कच्चे तेल की कीमतों में उबाल

ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) 0.39% बढ़कर 69.45 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। भारत एक बड़ा तेल आयातक देश है, इसलिए कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से आयात बिल और महंगाई दोनों पर असर पड़ता है। इसका असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिला।

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US-India Trade Deal पर अनिश्चितता

अमेरिका-भारत के बीच प्रस्तावित ट्रेड डील को लेकर अभी तक कोई ठोस फैसला नहीं हुआ है। 1 अगस्त 2025 की डेडलाइन करीब है, लेकिन डेयरी और एग्रीकल्चर टैरिफ को लेकर मतभेद बने हुए हैं। इससे मार्केट में अनिश्चितता है।

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India-UK FTA: फिलहाल कोई पॉजिटिव असर नहीं

भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (Free Trade Agreement) पर साइन हो गया है, जिससे टेक्सटाइल, व्हिस्की और ऑटोमोबाइल सेक्टर को फायदा होने की उम्मीद है। लेकिन जब तक US-India डील पर स्थिति साफ नहीं होती, बाजार पर इसका खास असर देखने को नहीं मिलेगा।

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और इसे किसी भी तरह की निवेश सलाह के रूप में न लिया जाए। शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर या मार्केट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

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