शेयर बाजार के दिग्गज और 'मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट' ने मात्र 5,000 रुपए से 190,900 करोड़ का एम्पायर खड़ा कर दिया है। लाइमलाइट से दूर मिस्टर 'RD' की लाइफस्टाइल बेहद सिंपल है।
बिजनेस डेस्क : शेयर बाजार में निवेश करके पैसा बनाना आसान नहीं है लेकिन यह मुश्किल भी नहीं है। ज्यादातर लोग जरा सा नुकसान होने पर मार्केट से किनारा कर लेते हैं लेकिन जो लंबे समय तक डटे रहते हैं, उन्हें बड़ा रिटर्न ही नहीं बहुत कुछ मिल सकता है। ऐसी ही एक शख्सियत हैं, जिन्होंने स्टॉक मार्केट को अपना लंबा समय दिया और न सिर्फ पैसा बनाया बल्कि करोड़ों-अरबों की कंपनी खड़ी कर दी। इन्हें लोग 'RD' नाम से जानते हैं। हमेशा सफेद कपड़े पहनने की वजह से उन्हें 'मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट' नाम से भी जाना जाता है। 80 के दशक में शेयर बाजार में महज 5,000 रुपए लेकर उतरने वाले ये शख्स आज भारत के 8वें सबसे अमीर इंसान हैं।
अगर अब तक आप पहचान नहीं पाए तो बता दें कि हम बात कर रहे हैं लाइमलाइट से कोसों दूर रहने वाले राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) की। जिन्हें बिग बुल दिवंगत राकेश झुनझुनवाला भी अपना गुरु मानते थे। भारतीय शेयर बाजार के सबसे बड़े इन्वेस्टर्स में से एक दमानी रिटेल मार्केट में बड़ा नाम हैं। इनकी कंपनी Avenue Supermarts ही देश के बड़े शहरों में डी-मार्ट (D-Mart) चलाती है। जिसकी शुरुआत इसकी शुरुआत 2002 में मुंबई के पवई इलाके से हुई थी। इस कंपनी का मार्केट कैप 3.25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है। हाल ही में जारी हुरुन इंडिया (Hurun India) की लिस्ट में उन्हें देश का 8वां सबसे अमीर बताया गया है। उनकी नेटवर्थ (Radhakishan Damani Net Worth) 190,900 करोड़ रुपए बताई गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ये कमाई दमानी ने शेयर बाजार (Share Market) और अपनी कंपनी से की है।
1985-86 की बात है, पिता शिवकिशन दमानी की मौत के बाद उनका बॉल बेयरिंग बिजनेस घाटे में आ गया था, तब राधाकिशन ने इस बिजनेस को बंद कर दिया। पिता शेयर ब्रोकर थे, तो उन्हें बचपन से ही बाजार की समझ थी। इसके बाद भाई गोपीकिशन दमानी के साथ मिलकर अपना पूरा फोकस शेयर बाजार पर लगाया। उनकी शुरुआत सिर्फ 5000 रुपए से हुई थी। 1992 में हुए हर्षद मेहता घोटाले में उन्हें जबरदस्त फायदा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय दमानी ने एक बात कही थी कि 'अगर हर्षद मेहता 7 दिन अपनी लॉन्ग पोजीशन और होल्ड कर लेता, तो उन्हें सड़क पर आना पड़ता, क्योंकि हर्षद मेहता ने शेयर बाजार में तेजी पर दांव लगाया था, जबकि मैंने बाजार के गिरने पर। हालांकि, जैसे ही घोटाले की बात सामने आई बाजार धड़ाम हो गया, जिसमें मुझे जबरदस्त फायदा हुआ।'
कहा जाता है कि दमानी के लिए बतौर निवेशक 1995 का साल सबसे अच्छा रहा था। जब निवेशक सरकारी बैंकों में पैसा लगा रहे थे लेकिन दमानी ने सस्ते वैल्युएशन में मिलने वाली कंपनी में लंबे समय तक रहने का फॉर्मूला अपनाया और HDFC बैंक के IPO में पैसा लगाया। इससे उन्होंने खूब पैसा बनाया था। दमानी बेहद सिंपल और सादगी से रहते हैं। वह अक्सर सफेद कपड़े पहनते हैं। बड़े फैसले लेने और रिस्क के लिए जाने जाते हैं। दो दशक में उन्होंने कई बार रिस्क लिया और अपनी किस्मत बदल ली। मार्च 2017 में एवेन्यू सुपरमार्केट का जब IPO आया, तब से उन्हें देश का रिटेल किंग कहा जाने लगा। 21 मार्च 2017 को इस कंपनीकी लिस्टिंग शेयर बाजार में हुई थी।
डी मार्ट के ओनर राधाकिशन दमानी का जन्म 1954 में राजस्थान के बीकानेर में मारवाड़ी फैमिली में हुआ था। उनकी फैमिली में मुंबई में एक सिंगल अपार्टमेंट में रहती थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वो वीगन डाइट फॉलो करते हैं। हर कुंभ में गंगा नहाने जरूर जाते हैं। इनकी सादगी इस कदर है कि लंच के बाद मुंबई चर्चगेट के इंडस्ट्री के पास छोटी सी दुकान पर पान खाने भी जाते हैं। साल 2000 से पहले दमानी ने शेयर मार्केट ट्रेडिंग छोड़ दी थी और रिटेल बिजनेस में एंट्री ली थी।
इसे भी पढ़ें
2 रुपए वाले शेयर का कमाल, 60 महीने में कैसे 50 हजार के बना दिए 85 लाख
महज 5 साल में बन गए करोड़पति, 5 रुपए से कम कीमत वाले 5 शेयर का कमाल