Vodafone Idea Share: होल्ड करें या बेचें! ब्रोकरेज ने घटाकर 6.5 रुपए किया टारगेट

सार

Vodafone Idea के शेयरों में गिरावट जारी है। बुधवार 12 मार्च को भी स्टॉक साढ़े 3% से ज्यादा टूट गया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि वित्तीय संकट और प्रतिस्पर्धा के चलते इसमें गिरावट आई है। 

Vodafone Idea Share Target: फाइनेंशियल क्राइसिस का सामना कर रही टेलीकॉम कंपनी Vodafone idea के शेयरों में 12 मार्च को भी जमकर बिकवाली हुई। पिछले कुछ कारोबारी दिनों में स्टॉक अपने 52 वीक हाइएस्ट लेवल से करीब एक तिहाई टूट चुका है। बुधवार को भी शेयर BSE पर साढ़े 3 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ 7.08 रुपए पर क्लोज हुआ। एक समय तो स्टॉक 7 रुपए के भी नीचे फिसल गया था। हालांकि, बाद में हल्की रिकवरी देखने को मिली।

Vodafone-Idea अपने हाई से 64% टूटा

वोडाफोन आइडिया का शेयर पिछले कुछ महीनों में अपने हाइएस्ट लेवल से करीब 64 प्रतिशत तक नीचे आ चुका है। इस स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 19.15 रुपए का है, जो इसने 28 जून 2024 को छुआ था। वहां से गिरते हुए अब ये शेयर 7 रुपए पर पहुंच गया है। इसका 52 वीक लो लेवल 6.60 रुपए है। फिलहाल ये उसके करीब ही पहुंचता दिख रहा है।

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Vodafone-Idea Stock पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस शेयर में अभी और गिरावट आ सकती है। ब्रोकरेज फर्म HSBC ने वोडाफोन-आइडिया की Reduce रेटिंग को बरकरार रखा है। साथ ही टारगेट प्राइस में भी कटौती की है। फर्म ने इसके टारगेट प्राइस को 7.10 रुपए से घटाकर 6.5 रुपए कर दिया है। ब्रोकरेज हाउस ने इसे जो टारगेट दिया है, वो मौजूदा लेवल से करीब 15% डाउनसाइड है। इस स्टॉक को कवर करने वाले 21 एनालिस्ट में से सिर्फ 4 ने ही खरीदारी की सलाह दी है। 5 ने होल्ड करने और 12 एक्सपर्ट्स ने सेल रेटिंग दी है।

Vodafone-Idea के शेयर में क्यों आई बड़ी गिरावट

Vodafone-Idea के शेयर में गिरावट की एक वजह वित्तीय संकट तो है ही, लेकिन इसके साथ उसे बाजार में मिल रहा तगड़ा कॉम्पिटीशन भी है। कंपनी को रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से कड़ी टक्कर मिल रही है। खासकर तब जब इन दोनों टेलीकॉम दिग्गज ने दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी SpaceX से साझेदारी कर भारत में Starlink की इंटरनेट सर्विसेज शुरू करने का ऐलान किया।

क्या है Starlink

स्टारलिंक एलन मस्क की कंपनी की सैटेलाइट बेस्ड हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस है, जो लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट नेटवर्क का इस्तेमाल कर रूरल एरिया में भी हाईस्पीड इंटरनेट देने में सक्षम है। इसके लिए किसी टॉवर की जरूरत नहीं होती बल्कि ये सीधे सैटेलाइट के जरिये काम करती है। स्टारलिंक की भारत में आहट से मोबाइल टॉवर बनाने वाली कंपनी इंडस टॉवर के शेयरों में भी गिरावट देखी गई।

(Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश तमाम जोखिमों के अधीन है। किसी भी स्टॉक में निवेश से पहले किसी अच्छे एक्सपर्ट की राय जरूर लें)

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