YES बैंक से हटा प्रतिबंध, अब खाते से निकाल सकेंगे 50,000 से ज्यादा रुपए, सीनियर सिटिजन को मिली यह सुविधा

यस बैंक ने बुधवार को कहा कि उसका कामकाज पहले की तरह शुरू हो गया है और ग्राहकों के लिये उसकी सभी सेवाएं फिर से शुरू कर दी गयी हैं

Asianet News Hindi | Published : Mar 18, 2020 2:51 PM IST / Updated: Mar 18 2020, 08:44 PM IST

मुंबई: यस बैंक ने बुधवार को कहा कि उसका कामकाज पहले की तरह शुरू हो गया है और ग्राहकों के लिये उसकी सभी सेवाएं फिर से शुरू कर दी गयी हैं। 

यस बैंक ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘हमारी बैंक सेवाएं फिर से परिचालन में आ गयी हैं। आप हमारी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। सहयोग और धैर्य के लिये धन्यवाद।’’

सीनियर सिटिजन के लिए समय सीमा एक घंटे बढ़ा

19 से 21 मार्च तक यस बैंक की शाखाएं एक घंटे पहले 08:30 बजे खुलेंगी। बैंक ने अपने सीनियर सिटिजन ग्राहकों के लिए काम-काज की समय सीमा एक घंटे बढ़ा दी है। यह 19-27 मार्च 2020, तक के लिए है। इस दौरान बैंक 16:30 बजे से 17:30 बजे तक खुले रहेंगे।

लेकिन आ रही है ये दिक्कत

यस बैंक के ग्राहक ट्विटर पर यस बैंक को टैग कर लगातार सर्विसेज की खराब हालत को लेकर ट्वीट कर रहे हैं। एक ग्राहक ने लिखा है कि बैंक कह रहा है सभी सर्विसेज शुरू हो गई हैं। लेकिन मैं अकाउंट बैलेंस तक नहीं चेक कर पा रहा हूं. वहीं, एक ग्राहक ने अपने यूपीआई अकाउंट को लेकर शिकायत की है।

बैंक बृहस्पतिवार से तीन दिन के लिये बैंक में कार्य का समय भी बढ़ाएगा। हालांकि 13 दिन की रोक हटने के तुरंत बाद कुछ ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर शिकायत की कि इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग समेत कुछ सेवाएं काम नहीं कर रही।

उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को बैंक पर पाबंदी लगा दी थी। इसमें ग्राहकों को तीन अप्रैल तक अपने खाते से 50,000 रुपये तक निकालने की सीमा शामिल थी। साथ ही आरबीआई ने बैंक के निदेशक मंडल को हटा दिया था। यस बैंक पुनर्गठन के तहत भारतीय स्टेट बैंक और सात वित्तीय संस्थानों ने करीब 10,000 करोड़ रुपये लगाया है। इसमें निजी क्षेत्र के संस्थान भी शामिल हैं।

बैंक का जमा आधार पांच मार्च 2020 को 72,000 करोड़ रुपये घटकर 1.37 लाख करोड़ रुपये रह गया था। यह 31 दिसंबर 2019 को 2.09 लाख करोड़ रुपये था। यस बैंक के नामित मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा था कि निजी क्षेत्र के बैंक ने ग्राहकों के लये कोष की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये पर्याप्त कदम उठाये हैं।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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