आयकर विभाग (Income Tax Department) ने कहा कि 3.11 करोड़ रिटर्न (ITR) का ई-वेरिफिकेशन किया जा चुका है, जिसमें से 2.69 करोड़ से अधिक आधार-बेस्ड ओटीपी के माध्यम से हैं।
बिजनेस डेस्क। केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Union Finance Ministry) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि 15 दिसंबर तक नए ई-फाइलिंग पोर्टल (New E-Filing Portal) पर कुल 3.59 करोड़ आयकर रिटर्न (Income Tax Return) दाखिल हो गए हैं। वित्तीय वर्ष 2022 के लिए दायर 3.59 करोड़ आईटीआर में से 57.6 फीसदी आईटीआर 1 (2.07 करोड़), 8.3 फीसदी आईटीआर 2 (29.70 लाख), 9.4 फीसदी आईटीआर 3 (33.61 लाख), 23.4 फीसदी आईटीआर 4 (84.05 लाख), आईटीआर 5 (3.12 लाख), आईटीआर6 (1.33 लाख) और आईटीआर7 (0.24 लाख) हैं।
52 फीसदी आईटीआर नए पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म से
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, इनमें से लगभग 52 फीसदी आईटीआर नए पोर्टल पर ऑनलाइन आईटीआर फॉर्म का उपयोग करके दाखिल किए गए हैं और शेष को ऑफलाइन सॉफ्टवेयर उपयोगिताओं से बनाए गए आईटीआर का उपयोग करके अपलोड किया गया है। इसके अलावा, आयकर विभाग ने कहा कि 3.11 करोड़ रिटर्न ई-वेरिफाई किए गए हैं, जिनमें से 2.69 करोड़ से अधिक आधार बेस्ड ओटीपी के माध्यम से हैं। ई-वेरिफाई रिटर्न में से, 2.38 करोड़ से अधिक आईटीआर प्रोसेस्ड किए गए हैं और वित्त वर्ष 22 के लिए 90.95 करोड़ से अधिक रिफंड जारी किए गए हैं।
9.83 लाख डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट रजिस्टर्ड
मंत्रालय ने कहा कि विभाग के लिए आईटीआर की प्रक्रिया शुरू करने और रिफंड जारी करने के लिए आधार ओटीपी और अन्य तरीकों के माध्यम से ई-वेरिफिकेशन का प्रोसेस काफी अहम है। विभाग टैक्सपेयर्स को ई-मेल, एसएमएस और मीडिया अभियानों के माध्यम से बिना देरी के अपना आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। नए पोर्टल में कुल मिलाकर 9.83 लाख डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (DSCs) रजिस्टर्ड दर्ज किए गए हैं। 37.92 लाख से अधिक वैधानिक फॉर्म जमा किए गए हैं, जिनमें 15.30 लाख टीडीएस विवरण, ट्रस्टों के रजिस्ट्रेशन के लिए 1.61 लाख फॉर्म 10ए और वेतन के बकाया के लिए 3.90 लाख फॉर्म 10ई शामिल हैं।
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पीक टाइम में काम करेगा वॉर रूम
वित्त मंत्रालय ने आगे कहा कि राजस्व सचिव की अध्यक्षता में उसके वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार को एमडी और सीईओ सलिल पारेख की अध्यक्षता में इंफोसिस की टीम से मुलाकात की, जिसमें पीक फाइलिंग अवधि के दौरान आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट की तैयारियों पर चर्चा की गई। इंफोसिस ने इस संबंध में उठाए गए कदमों में तकनीकी बुनियादी ढांचे का विस्तार और पोर्टल के प्रदर्शन की निगरानी के लिए वॉर रूम की स्थापना शामिल है।