ईडी ने नीरव मोदी के 3 फ्लैट की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले ईडी ने दो घड़ियों सहित लग्जरी आइटम्स की नीलामी की थी, जिससे 2.71 करोड़ रुपए वसूले गए थे।
नई दिल्लीः नीरव मोदी (Nirav Modi) की संपत्तियों की नीलामी होने जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इसके लिए जरूरी कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। हीरा कारोबारी नीरव मोदी के वर्ली स्थित समुद्र महल में 110 करोड़ के तीन फ्लैट, ब्रीच कैंडी में एक फ्लैट, नीरव मोदी का अलीबाग बंगला, एक पवन चक्की और एक सौर ऊर्जा परियोजना की नीलामी (Nirav Modi Flats on Auction) होगी। जानकारी दें कि नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 6,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। ईडी इसी रकम को वसूलने के लिए नीरव मोदी की संपत्तियों की नीलामी कर रही है। बताया जा रहा है कि इस नीलामी के बाद सौ करोड़ रुपये ईडी को प्राप्त होंगे। इन संपत्तियों को कोई भी खरीद सकता है।
घड़ियां और लग्जरी आइटम भी नीलाम
एक और दो जून को ईडी ने नीरव मोदी की 1.8 करोड़ रुपये की दो घड़ियों सहित लग्जरी आइटम्स की नीलामी की थी। इसके जरिए 2.17 करोड़ रुपये वसूले गए थे। नीलाम हुई प्रमुख संपत्तियों में 90.5 लाख, 89.5 लाख और 19.16 लाख रुपये की तीन घड़ियां शामिल थीं। इसके अलावा 22.38 लाख रुपये की एक कलाकृति और 12.91 लाख व 11.09 लाख रुपये के दो हैंडबैग भी इस नीलामी में शामिल थे। ईडी और इनकम टैक्स विभाग पहले नीरव मोदी के लग्जरी, फैशन और आर्ट से जुड़े आइटम्स, अधिकांश पेंटिंग्स, वाहन और घड़ियों की नीलामी से 130 करोड़ रुपये से वसूली चुकी है।
4400 करोड़ की संपत्ति कुर्क
ED ने नीरव मोदी और उसके परिजनों के 4400 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है। इसमें चल और अचल दोनों तरह की संपत्ति शामिल है। इसमें अथॉरिटीज को 1400 करोड़ रुपए की संपत्ति को रखने का अधिकार मिला है. 1000 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी ईडी ने पंजाब नेशनल बैंक को सौंप दी है। इसमें Rhythm House, नेपियन सी स्थित फ्लैट, कुर्ला में ऑफिस बिल्डिंग और करोड़ों रुपए की ज्वेलरी शामिल है। ज्वेलरी की नीलामी की जा रही है। बैंक की तरफ से यह नीलामी होगी। फिलहाल पंजाब नेशनल बैंक ने इस प्रॉपर्टी की नीलामी के संबंध में किसी तरह का फैसला नहीं लिया है।
2018 में इंडिया से भाग गया था नीरव मोदी
नीरव मोदी ने फर्जी बिल की मदद से पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ का चूना लगाया। वह फर्जी इंपोर्ट बिल दिखाकर बैंक से कहता था कि वह दुबई और हांगकांग स्थित एक्सपोर्टर्स को बिल का भुगतान करे। यह सारा काम लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स की मदद से चल रहा था। इन देशों में नीरव मोदी ने तमाम फर्जी कंपनियां खोल रखी थीं, जिसकी मदद से यह काला खेल चल रहा था। सालों तक यह खेल चलता रहा, लेकिन साल 2018 में इसका भंडाफोड़ हो गया जब उसने पंजाब नेशनल बैंक के पेमेंट को डिफॉल्ट किया। इसके बाद वह अपने परिवार के साथ रातों रात भारत छोड़कर रवाना हो गया।
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